ऐन ने औरत की महत्ता को कैसे बताया?
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hey!.
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उत्तर:-
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- ऐन ने ‘मौत के खिलाफ मनुष्य’ नाम की किताब में पढ़ा था कि आमतौर पर युद्ध में लड़ने वाले वीर को जितनी तकलीफ, पीड़ा, बीमारी और यंत्रणा से गुजरना पड़ता है, उससे कहीं अधिक तकलीफें औरतें बच्चे को जन्म देते झेलती हैं और इन सारी तकलीफों से गुजरने के बाद उसे पुरस्कार क्या मिलता है? जब बच्चा जनने के बाद उसका शरीर अपना आकर्षण खो देता है तो उसे एक तरफ धकिया दिया जाता है, उसके बच्चे उसे छोड़ देते हैं और उसका सौंदर्य उससे विदा ले लेता है। औरत ही तो है जो मानव जाति की निरंतरता को बनाए रखने के लिए इतनी तकलीफों से गुजरती है और संघर्ष करती है, बहुत अधिक मज़बूत और बहादुर सिपाहियों से भी ज्यादा मेहनत करके खटती है। वह जितना संघर्ष करती है, उतना तो बड़ी-बड़ी डींगें हाँकने वाले ये सारे सिपाही मिलकर भी नहीं करते।
hope help u
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Heya _____
ऐन ने औरत की महत्ता को कैसे बताया?
Answer _______
⚫ Phle nari ko keval ghat ke kamkaj ki drishti sai dekha jata tha, unhe bss bacche paida karni ki machine mana zata tha....
_____ Laken ab _____
⚫ Aaj ki nari swatantra hone lagi hai vo apne paro par khadi hai , puruso ke sath kandhe sai kandha milake khadi hai , apna name bana rahi hai ....
⚪ Anne nai bhi kaha ki ab stri partantra ki bedi khol khud ki pehchan bana rahi hai...
Thank you
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