ऐसे
और हैं।
पारियाँ हु
सिया, व
इत
प्रश्न
एक
(घ
"
का उचित शीर्षक लिखिए।
(14)
सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र की कथा सभी जानते हैं। उपर्युक्त सभी कथाएँ और व्यक्ति किसी शून्य से -
हैं, वरन ये सारी शृंखलाएँ कड़ी-दर-कड़ी मजबूती से जुड़ी हैं। भगवान श्री राम इस कड़ी के ही
O
हैं। सरयू से सागर तट तक भगवान राम जहाँ भी गए, वे स्थान आज भी उनकी मौजूदगी के अकाट्य प्रमाण
पड़े हैं। चित्रकूट, नासिक के निकट पंचवटी और दक्षिण में रामेश्वरम उनमें से कुछ प्रमुख हैं। ये सभी स्थान
के पुण्यमय तीर्थ हैं। चित्रकूट से तो भगवान राम को भी बहुत प्रेम था। वे वनवास काल में ग्यारह वर्ष यहीं (क)
यहीं उन्होंने अश्वमेध यज्ञ किया था। स्मृति रूप में आज यहाँ कई राम-मंदिर, हनुमान मंदिर और सीता माता
(ख
स्थान हैं। तुलसीदास जी को यहीं अनेक बार भगवान राम और हनुमान ने दर्शन दिए थे। संभवतः इसलिए यह (ग
प्रचलित हुआ। कहा जाता है कि इसे हनुमान जी ने तोते का रूप धारण करके उच्चरित किया था-
"चित्रकूट के घाट पर भई संतन की भीर।
तुलसीदास चंदन घिसे तिलक देत रघुवीर।।
यदि हम भगवान राम के अस्तित्व को नकारने की कोशिश करेंगे तो उनके पूर्वजों की समृद्ध वंशावली, 16
सीता, लक्ष्मण और हनुमान से संबद्ध स्थान घर-घर में मिलनेवाले राम से जुड़े नामों की लंबी शब्दावली, गांध
की रामराज्य की परिकल्पना, रावण, कुंभकर्ण, मेघनाद, बालि इत्यादि जैसे खलनायकों की अनवरत शृंखला और
कल्पनालोक की बातें हो जाएँगी। और हम चाहकर भी ऐसा नहीं कर सकेंगे, क्योंकि हक़ीक़त को झुठलाया
थे।
जा सकता। गांधी, नेहरू, सुभाष, स्वामी विवेकानंद, रामकृष्ण परमहंस इत्यादि महापुरुष-राम और उनके ना हैं,
शक्ति से ऊर्जा ग्रहण करते थे। गांधी जी कहा करते थे, “मेरे पास एक राम नाम के सिवा और ताक़त नहीं
वही मेरा एक आसरा है। राम नाम से मनुष्य को भीतर और बाहर प्रकाश मिलता है। निराधारों के लिए राम
सबसे बड़ा आधार है।" वे यहाँ तक कहते थे, “मेरा चिकित्सक राम है और राम नाम मेरी एक मात्र औषधि
उनके प्रिय भजन, 'रघुपति राघव राजाराम, पतित पावन सीताराम...' से ही राम नाम और राम के प्रति उनकी और
का ज्ञान हो जाता है। यदि राम नाम से गांधी जी ऊर्जा ग्रहण करते थे तो लंबे अनुभूत प्रयोगों द्वारा ही उने
इस सच्चाई को स्वीकार किया था।
प्रश्न
(क) भगवान श्री राम किस कड़ी के हिस्से हैं तथा कौन-से स्थान रामभक्तों के पुण्यमय तीर्थ हैं
(ख) चित्रकूट के संबंध में प्रस्तुत गद्यांश से क्या-क्या जानकारियाँ मिलती हैं? ।। वर्ष भी सा के
(ग) यदि हम भगवान राम के अस्तित्व को नकारने की कोशिश करेंगे तो क्या परिणाम होंगे?
(घ) गांधी जी का प्रिय भजन कौन-सा था तथा उससे गांधी जी की किस भावना का पता चलता है?
(ङ) रामनाम के बारे में गांधी जी क्या कहा करते थे?
(च) प्रस्तुत गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक लिखिए।
राम
तथा
क्यों
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. पययावरण की शुद्धतय: मेरी क्िम्मेदयरी - इस ववषय पर अपने ववचयर भिखिए।
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