“ऐसा िैसे सारी बस ही इंिन है और हम इंिन के भीतर बैठे हैं”। लेखक को ऐसा क् र्ों लगा?
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लेखक को इस लगा क्योंकि बस बहुत पुरानी थी। वह देखने में एक बूढ़ी औरत की तरह थी। बस के सभी हिस्से बहुत पुराने थे। उसे देखने से इसा लगता था मानो वह किसी भी समय नष्ट हो सकती है।
जब बस चल रही थी तो लेखक को इसा लगा मानो वह बस एक इंजन है और वह इंजन के अंदर बैठा है। बस बहुत हिल हिल कर चल रही थी। और उसके चलने भयानक आवाज़े उत्पन्न हो रही थी।
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