अकबरी लोटा कहानी के पात्र विल वासी जी का चरित्र चित्रण अपने शब्दों में कीजिए ? Ncert Hindi class 8 chapter 14 Akbari lota
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अकबरी लोटा कहानी के पात्र विल वासी जी का चरित्र चित्रण अपने शब्दों में कीजिए
अकबरी लोटा अन्नपूर्णानन्द वर्मा जी द्वारा लिखी गयी एक रोचक कथा है। अकबरी लोटा कहानी बहुत ही मजेदार है | इस कहानी में लेखक ने जगह-जगह पर सीधी-सी बात कहने के बजाय रोचक मुहावरों, उदाहरणों आदि के द्वारा कहकर अपनी बात को और अधिक मजेदार/रोचक बना दिया है। यह कहानियाँ काल्पनिक हैं।
अकबरी लोटा’ कहानी में पंडित बिलवासी मिश्र जी का चरित्र चित्रण...
‘अकबरी लोटा’ कहानी में पंडित बृजवासी मिश्री एक बेहद चतुर व्यक्ति थे और मित्रता के धर्म को निभाने वाले व्यक्ति भी थे। जब उनके मित्र झाऊलाल को ढाई सौ रुपए की जरूरत पड़ी तो उनके पास पैसे ना होने के बावजूद उन्होंने अपने मित्र झाऊलाल की मदद करने की ठान ली। इसके लिए उन्हें अपनी पत्नी की संदूकची में से चुपचाप ढाई सौ रुपए चुराने भी पड़े।
लेकिन घटना ऐसी घटी की झाऊलाल के लोटे से किसी अंग्रेज अफसर को चोट लग गई तो पंडित जी ने चतुराई का प्रयोग करते हुए ना केवल उस लोटे को पुराना ऐतिहासिक लोटा बताकर उस अंग्रेज अफसर को 500 रुपये में बेच डाला। इस तरह पंडित बिलवासी मिश्री जी बेहद चतुर और हाजिरजवाब व्यक्ति थे जो अचानक बदली परिस्थिति से भी निपट लेते थे। उन्होंने अपनी चतुराई के साथ-साथ मित्रता धर्म को भी निभाया।