- अखाड़े की मिट्टी की क्या विशेषता होती है?
श्रद्धा, भक्ति, स्नेह की व्यंजना के लिए धूल सर्वोत्तम साधन किस प्रकार है?
इस पाठ में लेखक ने नगरीय सभ्यता पर क्या व्यंग्य किया है?answer in 25 words only no more than 25 who will gave answer in 25 worlds I will make them brainllest and I want answer of these 3 questions please
Answers
Answer:
अखाड़े की मिट्टी साधारण धूल नहीं होती।यह मिट्टी अखाड़े में अपने गांव आजमाने वाले जवानों के शरीर पर लगे तेल, मट्ठे और उनकी मेहनत से बहे हुए पसीने से सिझाई हुई होती है। अखाड़े में परिश्रम करने से पसीने से तर बतर जवानों के शरीर पर यह मिट्टी ऐसे फिसलती है जैसे वह कुआं खोदकर बाहर निकला हो।
** इसमें लेखक ने धूल की महिमा, महत्व, उपयोगिता का वर्णन किया है। इस पाठ ‘धूल’ के लेखक डॉ रामविलास शर्मा है।
Explanation:
श्रद्धा विश्वास का प्रतीक है। भक्ति हृदय की भावनाओं का बोध कराती है। प्यार का बंधन स्नेह की भावनाओं को जोड़ता है। लोग कहते हैं कि धूल के समान तुच्छ कोई नहीं है, जबकि सभी धूल को माथे से लगाकर उसके प्रति अपनी भक्ति व्यक्त करते हैं। वीर योद्धा धूल को आँखों से लगाकर उसके प्रति अपनी श्रद्धा जताते हैं। हमारा शरीर
भी मिट्टी से बना है। इस प्रकार धूल अपने देश के प्रति श्रद्धा, भक्ति और स्नेह व्यक्त करने का सर्वोत्तम साधन है।
Explanation:
लेखक अखाड़े की मिट्टी को साधारण दूर नहीं मानता है अखाड़े की मिट्टी तेल और मठ एस एस एच आई हुई मिट्टी होती है इस मिट्टी को अखाड़े के जवान पूजा करते हैं यही मिट्टी उनके शरीर को ताकतवर करती है