Hindi, asked by priyaroul51, 9 months ago

अलंकार किसे कहते है और अलंकार के कितने भेद है?विस्तार में लिखिए ।

Answers

Answered by DilipKumarJaiswal98
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अंलकार क्या है?

“काव्य की शोभा बढ़ाने वाले शब्दों को अलंकार कहा जाता हैं इसका शाब्दिक अर्थ होता आभूषण।”

अलंकार दो शब्दों से मिलकर बने होते है, अलम + कार

यहाँ पर अलम का अर्थ होता है आभूषण, उसकी प्रवर्ती के कारण ही अलंकारों को जन्म दिया गया है।

जिस तरह से एक नारी अपनी सुन्दरता को बढ़ाने के लिए आभूषणों को पहनती हैं उसी प्रकार भाषा को सुन्दर बनाने के लिए अलंकारों का प्रयोग किया जाता है।

अथार्त जो शब्द काव्य की शोभा को बढ़ाते हैं उसे अलंकार कहते हैं।

महत्व : कविता की रोचकता, हृदयग्राहाता, सरसता और चमत्कार बढ़ जाता हैं। अनेक विद्वान तो अलंकार को काव्य की आत्मा तक मान बैठे हैं।

उदाहरण :

कनक-कनक ते सौगुनी, मादकता अधिकाय!

वा खाये बौराए नर , वा पाये बौराये।

अलंकार कितने प्रकार के होते है?

अंलकार मुख्य तीन प्रकार के होते हैं।

शब्दालंकार

अर्थालंकार

उभयालंकार

शब्दालंकार की परिभाषा

शब्दालंकार दो शब्दों से मिलकर बना होता है शब्द + अलंकार।

शब्द के दो रूप होते हैं ध्वनी और अर्थ।

ध्वनि के आधार पर शब्दालंकार की सृष्टी होती है। जब अलंकार किसी विशेष शब्द की स्थिति में ही रहे और उस शब्द की जगह पर कोई और पर्यायवाची शब्द के रख देने से उस शब्द का अस्तित्व न रहे उसे शब्दालंकार कहते हैं।

अर्थात जिस अलंकार में शब्दों को प्रयोग करने से चमत्कार हो जाता है और उन शब्दों की जगह पर समानार्थी शब्द को रखने से वो चमत्कार समाप्त हो जाये वहाँ शब्दालंकार होता है।

शब्दालंकार के प्रकार

शब्दालंकार के 6 प्रकार निम्लिखित हैं।

यमक अलंकार

अनुप्रास अलंकार

शश्लेष अलंकार

वक्रोक्ति अलंकार

पुनरुक्ति अलंकार

विप्सा अलंकार

1. यमक अलंकार क्या है?

जहां शब्दों की आवृत्ति दो या दो से अधिक बार होती हैं किंतु प्रत्येक बार (स्थिति के अनुसार प्रत्येक शब्द अर्थ भिन्न होते हैं यमक अंलकार होता हैं।

उदाहरण :

कनक-कनक ते सौगुनी, मादकता अधिकाय!

वा खाए वैराय जग, या पाए वैराय!!

2. अनुप्रास अंलकार क्या है?

जहां पर एक या एक से अधिक वर्णों (व्यंजन) की आवृत्ति एक से अधिक बार होती हैं वहां पर अनुप्रास अलंकार होता हैं।

उदाहरण :

बंदऊ गुरु पद पदुम परागा।

सुरुचि सुवाम सरल अनुरणा

ब, प, स, द, र, ग (वर्णो की आवृत्ति)

3. श्लेष अलंकार क्या है?

जिस अंलकार में शब्दों की आवृत्ति एक से अधिक बार आवृति हुए बिना प्रसन्न अनुसार दो या दो से अधिक अर्थ निकले वहां पर श्लेष अलंकार होगा।

उदाहरण :

रहिमन पानी रखिए, विन पानी सब चुन!

पानी गए न ऊबरे, मोती मानुस चुन!!

Note : श्लेष अलंकार में जिन वर्णों की आवृति होती हैं उनके अर्थ समान किन्तु विशेष रूप से शब्दों की आवृत्ति हुए बिना शब्दों के एक से अधिक अर्थ होते हैं।

उदाहरण :

भाया महाठागिनी हम जानी!

तिरगुन दौष लिए कर दौले, बोले मधुवानी!!

4. वक्रोक्ति अलंकार क्या है?

इस अलंकार में ध्वनि के विकार के आधार पर समान शब्दों का अर्थ अलग-अलग होता हैं किंतु यहां पर शब्दों की आवृत्ति नहीं होती।

उदाहरण :

रुको, मत जाने दो।

रुको मत, जाने दो।।

5. पुनरुक्ति अलंकार क्या है?

जब कोई शब्द दो बार दुहराया जाता है वह पुनरुक्ति अलंकार जोटा है।

पुनरुक्ति दो शब्दों से मिलकर बना है।

पुनः+ उक्ति = पुनरुक्ति

6. विप्सा अलंकार क्या है?

जब हर्ष, शोक, आदर और विष्मयबोधक आदि भावो को प्रभावशाली रूप से व्यक्त करने के लिए शब्दि की पुनरावृत्ति होती है तो वह विप्सा अलंकार होता है।

उदाहरण :

मोहि-मोहि मोहन को मन भयो राधामय।

राधा मन मोहि-मोहि मोहन मयी-मयी।।

अर्थालंकार की परिभाषा

जिस काव्य रचना में शब्दों के अर्थ के आधार पर काव्य में रचनात्मक परिवर्तन (शोभा बढ़ाने वाले शब्दों को ही अर्थालंकार कहते हैं।)

उदाहरण : उत्प्रेक्षा, अतिश्योक्ति, उपमा, रूपक, अन्योक्ति, व्याजनिदा, दृष्टांत, व्यति, रेखा, व्याजस्तुति, भाँतिमान, संदेह।

अर्थालंकार के प्रकार

अर्थालंकार के 23 प्रकार निम्नलिखित हैं।

उपमा अलंकार

रूपक अलंकार

उत्प्रेक्षा अलंकार

अतिशयोक्ति अलंकार

अन्योक्ति अलंकार

द्रष्टान्त अलंकार

विभावना अलंकार

संदेह अलंकार

उल्लेख अलंकार

भ्रांतिमान अलंकार

उपमेयोपमा अलंकार

प्रतीप अलंकार

अनन्वय अलंकार

दीपक अलंकार

अपहृति अलंकार

व्यतिरेक अलंकार

विशेषोक्ति अलंकार

अर्थान्तरन्यास अलंकार

विरोधाभाष अलंकार

असंगति अलंकार

मानवीकरण अलंकार

काव्यलिंग अलंकार

स्वभावोती अलंकार

Answered by ananyagarg06
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काव्य की शोभा बढ़ाने वाले शब्दो को अलंकार कहा जाता है।

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