Physics, asked by kd0130211, 1 month ago

अमानिक योगिको के लिए मौलिक भर के स्थान पर साकेत भर emperical weight ka adhik upyukt kyun hota he​

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Answered by khushboomehra600
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Answer:

एक परमाणु (Atom) के द्वारा दूसरे परमाणु पर इलेक्ट्रॉन के स्थानांतरण (Transfer of electron) के कारण बनने वाले रासायनिक बांड (Chemical bond) को आयनिक बांड (Ionic bond) कहते है. इसे इलेक्ट्रोवैलेंट बांड के रूप में भी जाना जाता है और आयनिक बांड युक्त यौगिकों को आयनिक यौगिक भी कहा जाता है. इसलिए, ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि आयनों से आयनिक यौगिक बनते हैं.

जब एक धातु (metal) एक अधातु (non metal) के साथ प्रतिक्रिया करता है तो वे आयनिक बांड (Ionic bond) बनाते हैं तथा बनने वाला यौगिक (compound) आयनिक यौगिक (Ionic compound) कहलाता है. धातु की अधातु के साथ प्रतिक्रिया के फलस्वरूप दोनों एक दूसरे के साथ इलेक्ट्रोस्टैटिक फोर्स के आकर्षण (Electrostatic force of attraction) से बंध जाते हैं, ऐसे बांड को रासायनिक बांड (Chemical bond) कहते हैं.

आयनिक यौगिक (Ionic Compound) कैसे बनते हैं?

उधाहरण के लिए: सोडियम धातु स्थाई इलेक्ट्रॉनिस विन्यास (Electronic configuration) प्राप्त करने के लिय हमेशा बाहरी कक्षा (outermost orbit) में 8 इलेक्ट्रॉन (electron) पूरा करना चाहता है. चूँकि सोडियम की बाहरी कक्षामें एक इलेक्ट्रॉन है, अत: सोडियम एक इलेक्ट्रॉन आसानी से खो (loose) सकता है, अत: सोडियम अपनी बाहरी कक्षा से (Outermost orbit) एक इलेक्ट्रॉन खोकर सोडियम आयन (sodium ion, Na+) बनाता है जो कि धनावेशित (positively charged) होता है.

दूसरी ओर क्लोरीन जिसकी बाहरी कक्षा (outermost orbit) में सात इलेक्ट्रॉन है, स्थाई इलेक्ट्रॉनिक विन्यास (Stable electronic configuration) पाने के लिये हमेशा 8 इलेक्ट्रॉन पूरा करने के लिये एक इलेक्ट्रॉन पाने (gain) के लिये तत्पर रहता है.

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