अमेय अमेया साठे डोंगरे वसतिगृह नाशिक से अपने छपेटे भाई सुमेध साठे३/३७ जेन कॉलनी जळगाँव को पढ़ाई का महत्त्व समझते हुए पत्र लिखता / लिखती है।
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Answer:
प्रेषक : अमेया साठे, डोंगरे वसतिगृह,
नाशिक (महाराष्ट्र)
प्राप्तकर्ता : सुमेध साठे,
3/37, जैन कॉलनी,
जळगाँव (महाराष्ट्र)
प्रिय भाई सुमेध,
प्रिय भाई , आशा करता हूँ , तुम छात्रावास में ठीक होगे | तुम्हारा मन अच्छे से लग गया होगा | पत्र के माध्यम से मैं तुम्हें , पढ़ाई के महत्व के बारे में बताना चाहता हूँ | तुम्हें मन लगाकर पढ़ाई करनी है | अभी का समय तुम्हारा पढ़ाई का समय है , तुम्हें अच्छे से पढ़ना है | जीवन में पढ़ाई हमेशा काम आती है | हम चाहे बुजुर्ग भी हो जाए पढ़ाई हमारे हमेशा काम आती है | पढ़ाई हमारा साथ कभी नहीं छोड़ती | पढ़ाई हमारी आत्मविश्वास होता है , पढ़ाई हमें हमारे लक्ष्य तक ले जाती है | पढ़ाई एक जरिया जिसके साथ हम अपने जीवन में सब कुछ हासिल कर सकते है |
आशा करता हूँ कि तुम मेरी बातों को समझोगे और मन लगा कर पढ़ाई करोगे | अपना ध्यान रखना | छुट्टियों में मिलने आऊंगा |
तुम्हारी बड़ी बहन,
अमेया,
डोंगरे वसतिगृह,
नाशिक (महाराष्ट्र)