अमरसिंह राठौर एक पराक्रमी व निडर शासक था। व्याख्या करें।
Answers
अमर सिंह एक पराक्रमी और निडर शासक था। यह उसके द्वारा किए गए कार्यों से पता चलता है। जब गज सिंह ने अनारा नामक पासवान के बहकावे में आकर उसको देश निकाला दे दिया तो वह शाहजहां सिंह की शरण में जा पहुंचा था और शाहजहां का विश्वास जीत लिया। शाहजहाँ ने उसकी बहादुरी से प्रसन्न होकर उसे राव की उपाधि भी दी। लेकिन शाहजहां ने एक बार उसकी दरबार में अनुपस्थिति न होने के कारण उस पर भारी जुर्माना लगा दिया और जुर्माना वसूल करने के लिए अपनी एक अधिकारी सलावत खां को उसके पास भेजा। अमर सिंह ने जुर्माना देने से मना कर दिया तो शाहजहां ने तुरंत उसे अपने सामने हाजिर होने के लिए कहा। अमर सिंह शाहजहां के सामने हाजिर हुआ तो सलावत खाँ ने अमर सिंह का अपमान किया। अमर सिंह ने तुरंत ही अपने कटार से शाहजहां सलावत खां पर आक्रमण कर दिया। यह उसकी बहादुरी और निडरता का ही सबूत था कि वो शाहजहाँ के सामने भी न डरा। उसने शाहजहाँ पर भी आक्रमण करने की पहल की, किंतु शाहजहां किसी तरह वहां से बच निकला। बाद में भले ही अमर सिंह के साले ने शाहजहां से इनाम के लालच में धोखे से अमर सिंह को मरवा दिया। लेकिन अमर सिंह बहादुर और निडर व्यक्ति था यह बात सिद्ध हो गई थी।