An essay about pot makers in hindi
Answers
Answered by
6
⭐⚡प्रिय मित्र आपका जबाब यहा है⬇⬇⬇⬇
➡कुम्हार⬅
❄➡मिट्टी के बर्तन व खिलौने बनाने वाले को कुम्हार कहते है। कुम्हार मेहनत करके दूर-दूर से अच्छी मिट्टी इकट्ठी कर लाता है। फिर मिट्टी में से कंकड़-पत्थर हटा देता है। फिर मिट्टी में पानी डालकर उसे रौंदकर उसे मनचाहा आकार देने के लिए उसमें नमी पैदा करता है। बर्तन बनाने के लिए वह जिस यंत्र का इस्तेमाल करता है, उसे चाक कहते है। कहा जाता है कि, यंत्रों में कुम्हार के चाक का सबसे पहले आविष्कार हुआ। कुम्हार चाक पर मिट्टी को रखता है और फिर चाक घुमाता है। और अपनी उँगलियों से और हथेली की थपकियों से मिट्टी को मनचाहा आकार देता है। और मिट्टी से अच्छे-अच्छे सुंदर बर्तन, घड़े व खिलौने बनाता है।
➡ कुम्हार हमारे लिए मिट्टी के बर्तन बनाता है । कुम्हार कच्ची मिट्टी से घड़े , कड़ाई , गागर, सुराही आदि प्रकार के बर्तन बनाता है ।
➡ कुम्हार इन सभी प्रकार के बर्तनों को बनाने के बाद इन्हें आग में पकाता है , जिससे ये मजबूत और सुदृढ़ हो जाये ।
➡मिट्टी को आग में पकाने के पश्चात कुम्हार उनको रंगीन रंगों से रंगता है ।
➡कुम्हार बिल्कुल अध्यापक की कार्यशैली पर कार्य किया करते है , जिस प्रकार कुम्हार कच्ची मिट्टी से एक सुंदर बर्तन बना देते हैं ।
➡ठीक उसी प्रकार अध्यापक छोटे बच्चे को समझा कर , दंडित कर उसे एक अच्छा इंसान बना देते हैं ।
➡ कुम्हार के मटके में पानी अधिक शीतल रहता है, जो गर्मी के मौसम में लोगों को संतुष्ट कराता है। दीवाली के त्योहार में मिट्टी के दीए ही दीप जलाने के लिए श्रेष्ठ माने जाते हैं। इसलिए हमें कुम्हार को सम्मान देना चाहिए।
_________
धन्यवाद♠♣♠
➡कुम्हार⬅
❄➡मिट्टी के बर्तन व खिलौने बनाने वाले को कुम्हार कहते है। कुम्हार मेहनत करके दूर-दूर से अच्छी मिट्टी इकट्ठी कर लाता है। फिर मिट्टी में से कंकड़-पत्थर हटा देता है। फिर मिट्टी में पानी डालकर उसे रौंदकर उसे मनचाहा आकार देने के लिए उसमें नमी पैदा करता है। बर्तन बनाने के लिए वह जिस यंत्र का इस्तेमाल करता है, उसे चाक कहते है। कहा जाता है कि, यंत्रों में कुम्हार के चाक का सबसे पहले आविष्कार हुआ। कुम्हार चाक पर मिट्टी को रखता है और फिर चाक घुमाता है। और अपनी उँगलियों से और हथेली की थपकियों से मिट्टी को मनचाहा आकार देता है। और मिट्टी से अच्छे-अच्छे सुंदर बर्तन, घड़े व खिलौने बनाता है।
➡ कुम्हार हमारे लिए मिट्टी के बर्तन बनाता है । कुम्हार कच्ची मिट्टी से घड़े , कड़ाई , गागर, सुराही आदि प्रकार के बर्तन बनाता है ।
➡ कुम्हार इन सभी प्रकार के बर्तनों को बनाने के बाद इन्हें आग में पकाता है , जिससे ये मजबूत और सुदृढ़ हो जाये ।
➡मिट्टी को आग में पकाने के पश्चात कुम्हार उनको रंगीन रंगों से रंगता है ।
➡कुम्हार बिल्कुल अध्यापक की कार्यशैली पर कार्य किया करते है , जिस प्रकार कुम्हार कच्ची मिट्टी से एक सुंदर बर्तन बना देते हैं ।
➡ठीक उसी प्रकार अध्यापक छोटे बच्चे को समझा कर , दंडित कर उसे एक अच्छा इंसान बना देते हैं ।
➡ कुम्हार के मटके में पानी अधिक शीतल रहता है, जो गर्मी के मौसम में लोगों को संतुष्ट कराता है। दीवाली के त्योहार में मिट्टी के दीए ही दीप जलाने के लिए श्रेष्ठ माने जाते हैं। इसलिए हमें कुम्हार को सम्मान देना चाहिए।
_________
धन्यवाद♠♣♠
Similar questions