an excellent story on lalach buri bala
plssssssssssss
i want good in it
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I have given u both Hindi and in English ..same story...in hindi and english version please mark as brainliest
Once upon a time, a lion was lived in a forest. On a very hot day, he felt very hungry. He started searching for his food.
After some time, he heard the sound of a hare who was roaming around alone. When he saw the hare, he thought that hare was so small to satisfy his hunger hence he did not catch the hare.
Again he started searching for the food. After some time, he saw there a beautiful deer roaming and he decided to kill deer for his food. He ran behind deer but he was not able to catch deer as he was weak due to his hunger.
After feeling tired, he decided to look for hare again to satisfy his hunger but the hare was not traceable. The Lion was very sad and remained hungry.
Moral of the story: Satisfaction should be above greed.
if u like this....then write ....it's amazing story....
एक जंगल में एक शक्तिशाली शेर था | शेर उस जंगल का राजा था | शेर उस जगल मे हर कोई जानवर का शिकार करता था | अपने भोजन के लिए और अपना पेट भरता था |
इसी लिए जंगल में सब जानवर उससे डरते थे | और उसके रस्ते से दूर ही रहते थे | अब इसी वजह से शेर को शिकार करना मुश्किल हो गया | उसने एक चालक लोमड़ी को काम पे लगाया |
लोमड़ी का काम बस बाकी जानवरों का स्थान शेर को बताना था | तो शेर उन जानवरो के पास जा कर उन्हें पकड़ लेता था | एक दिन शेर यह जाना चाहता था, कि बाकी के उस जंगल के जानवर उसके बारे में क्या सोचते है |
इसीलिए वह लोमड़ी को बोला- कि वह चोरी छुपे जाकर इस बात का पता लगाएं |
लोमड़ी जंगल में गा कर पता लगया और वापस आ कर शेर से बोला: मेरी राजा जैसा आपने बोला मैने वैसे ही सबकी बात सुनी आप के बारे में |
शेर बोला: बढ़िया तुम सच में चालाक हो | तो बताओ सब जानवर मेरे बारे में क्या सोचते हैं |
लोमड़ी बोला: महराज हर कोई जानवर आपसे डरता है | किसी भी जानवर को आप आसानी से पकड़ सकते हैं | इसलिए कोई भी आपकी रस्ते में नहीं आता | आप ही इस जंगल के राजा हो ,और इस जंगल में आपकी बराबरी करने वाला और कोई नहीं |
शेर बोला: तुम क्या सोचते हो मेरे बारे में मेरा
लोमड़ी बोला: आप जैसा इस जंगल में और कोई नहीं आप ही सबसे शक्तिशाली हो, और आप से बेहतर और कोई भी नहीं |
इसके बाद लोमड़ी अपने मन ही मन सोचने लगा की शेर अपने आप को बड़ा ही स्मार्ट समझता है | अगर मैं आपको जानवरों की गुप्त जगह नहीं बताता तो आप खुद से जानवरो का शिकार कर ही नहीं पाते | शरीर का बल कोई मायने नहीं रखता अगर खुद शिकार भी नहीं कर सकते हो | अगर मैं एक दिन भी छुट्टी ले लू तभी शेर को मेरा महत्व का पता चलेगा | मेरे बिना उसका जीवन कितना मुश्किल है तभी उसको पता चलेगा |
यह सोच कर अगले दिन लोमड़ी शेर के पास नहीं आया शेर लोमड़ी का इंतज़ार करते-करते परेशान होकर खुद ही शिकार करने के लिया निकल गया | दूर उसको एक खरगोश नजर आया |
शेर धीरे से खरगोश की ओर गया | उसी समय खरगोश को कदमो की आहट सुनाई दी और वह देखना चाहता था कि वह कौन है |
शेर को अपने नजदीक देखते ही खरगोश वहाँ से भागने की कोशीश की परंतु शेर के पंजे में फंस गया |
इसी दौरान उस रास्ते एक हिरन आया | जिसने शेर का ध्यान खींचा | जिससे शेर अब खरगोश को छोड़कर हिरन के पीछे दौड़ने लगा |
हिरन ने देखा कि शेर उसकी और आ रहा है, तुरंत तेज रफ्तार से वहाँ से भाग निकला | शेर उसके पीछे पीछे गया | पर हिरन इतना तेज था, कि शेर उसको पकड़ नहीं पाया |
शेर अब निराश हो गया और वापस उसी स्थान पर गया जहाँ पर उसने खरगोश को पकड़ा था | पर खरगोश तो वहाँ पर था ही नहीं अब भूखे शेर को पछतावा होने लगा, कि अगर वह हिरन का लालच नहीं करता तो उसको कम से कम खरगोश तो खाने को मिलता |
ये सब दूर से लोमड़ी देखकर मज़े ले रहा था |
शेर घमंडी ही नहीं बल्कि लालजी है | इसीलिए उसके
हाथ कुछ भी नहीं आया | जो था वो भी चला गया |
इस हिंदी Panchatantra Kahaniya से हम ये
सीखते ही की हमें लालच नहीं करना चाहिये |
अन्यथा हमारे पास जो होता है वो भी हाथ से चला
जाता हैं | इस Hindi Stories With Moral से हमें
प्रेरणा लेना चहिये और अभी भी ललची नहीं करनी
चाहिए | हमरे पास जतनी है उतनी में ही संतुस्ट
करनी चहिये |