अनुभाव किसे कहते हैं?
Answers
अनुभव वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से जागरूक जीव अपने आसपास की दुनिया को अनुभव करते हैं। अनुभव वाले व्यक्ति के अनुभव पर सक्रिय जागरूकता के साथ अनुभव किया जा सकता है, हालांकि उनकी आवश्यकता नहीं है।
अनुभाव : जो आश्रय होता है, उसके द्वारा की व्यक्त की जाने वाली शारीरिक चेष्टा को ‘अनुभाव’ कहते हैं। शारीरिक विकार द्वारा व्यक्त किये जाने वाले मन के भाव को ‘अनुभाव’ कहते हैं। अनुभाव के आठ भेद होते हैं।
व्याख्या :
अनुभाव से तात्पर्य उन भावों से है जो विभावों के बाद उत्पन्न होते हैं अर्थात अनुभवों का तात्पर्य पीछे से होता है। अनुभाव स्थाई भावों के बाहरी लक्षण होते हैं। इनके द्वारा रति आदो भावो का अनुभव होता है, इसीलिए इन्हें अनुभाव कहा जाता है। अनुभाव आंतरिक भावों के बाहरी व्यंजक के रूप में जाने जाते हैं।
उदाहरण के लिए क्रोध में नथुनों को फुलाना अथवा आँखें लाल हो जाना आदि सभी अनुभावों के लक्षण हैंं।
किसी रसोत्पत्ति में आलंबन की चेष्टाओं को उद्दीपन और आश्रय की चेष्टाओं को अनुभाव कहा जाता है।