अनुच्छेद लेखन
1. दूरदर्शन की उपयोगिता
2.हम सब एक हैं
Answers
Answer:
Doordarshan ki upyogita
भूमिका : 1 } विज्ञान ने आज के युग में बहुत उन्नति कर ली है। विज्ञान ने अनेकों अदभुत आविष्कार किये हैं। आज का युग काम करने का युग है। आज का मनुष्य दिन भर की भाग-दौड़ की वजह से शारीरिक और मानसिक रूप से थकावट महसूस करता है। इस थकावट को दूर करने के लिए वह नवीनता की इच्छा रखता है
दूरदर्शन का अर्थ और विस्तार : टेलीविजन को हिंदी में दूरदर्शन कहते हैं। टेलीविजन दो शब्दों से मिलकर बना है- टेली और विजन। जिसका अर्थ होता है दूर के दृश्यों का आँखों के सामने उपस्थित होना। दूरदर्शन रेडियो की तकनीक का ही विकसित रूप है।
टेलीविजन का सबसे पहला प्रयोग 1925 में ब्रिटेन के जॉन एल० बेयर्ड ने किया था। दूरदर्शन का अविष्कार 1926 में जॉन एल० बेयर्ड के द्वारा किया गया था। भारत में दूरदर्शन का प्रसारण 1959 ई० में किया गया था। टेलीविजन मनोरंजन का सबसे महत्वपूर्ण साधन होता है। इसने समाज के सभी लोगों और वर्गों को प्रभावित किया है।
दूरदर्शन हर परिवार का एक अंग बन चुका है। दूरदर्शन मनोरंजन का सस्ता और आसानी से मिलने वाला साधन है। पूरे संसार के समाचार और दूरदर्शन से नई जानकारियां घर बैठे प्राप्त की जा सकती हैं। आज के समय में केबल या डिश से देशों के घर-घर में दूरदर्शन के अनेकों चैनल चल जाते हैं।
दूरदर्शन ने आज की युवा पीढ़ी को बहुत अधिक प्रभावित किया है।
दूरदर्शन पर ऐसे कार्यक्रमों को पेश करना चाहिए जिससे इन कुरीतियों के दुष्परिणामों का पता चल सके। ऐसे कार्यक्रम देखने वालों के दिल पर बहुत प्रभाव डालते हैं। इसी तरह से धीरे-धीरे सामाजिक कुरीतियाँ भी दूर हो जाती हैं | इससे कोई भी लाभ उठा सकता है चाहे वो छात्र हो, शिक्षक हो, डॉक्टर हो, वैज्ञानिक हो,कृषक हो, मजदूर हो, व्यापारी हो, उद्योगपति हो या गृहिणी हो।
इसे आसानी से एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाया जा सकता है। इसे देखने के लिए भी किसी प्रकार के चश्मे, मनोभाव या फिर अध्ययन की जरूरत नहीं होती है। इससे सिर्फ किसी भी क्षेत्र की जानकारी ही नहीं मिलती है इससे कार्य व्यापार, नीति ढंग, और उपाय को आसानी से
l
शिक्षा में भी दूरदर्शन का प्रयोग सफलता के साथ किया जाता है। आज के समय में लाखों और करोड़ों विद्यार्थी अपनी-अपनी कक्षा में बैठे किसी भी अच्छे अध्यापक को पढ़ाते हुए देख और सुन सकते हैं। समुंद्र के अंदर जब खोज की जाती है तब दूरदर्शन का प्रयोग किया जाता है।
अगर किसी डूबे हुए जहाज का पता लगाना होता है तब टेलीविजन कैमरे को पानी में उतारा जाता है। उसके द्वारा समुंद्र के अंदर की जानकारी ऊपर बैठे लोगों के पास पहुंच जाती है। अंतरिक्ष की जानकारी भी टेलीविजन से प्राप्त की जा सकती है।दूरदर्शन का प्रयोग हर वर्ग, हर उम्र, हर स्तर का व्यक्ति रूचि के साथ चौबीसों घं
hum sab ek hai
2 } भारत में रहनेवाला हर एक नागरिक भारतीय है और उसे भारत के किसी भी कोने रहने का हक़ है.और हर शैतान देश द्रोही है जिसे उसके नापाक इरादों के साथ दफनाना हमारा कर्त्तव्य है.हमें चाहिए की हमारे देश में ,हमारे मन में नफरत की आग फ़ैलाने वाले इन शरारती तत्वों से हमारे देश को,हमारे प्यारे देशवासियों को बचाए रखे.नार्थ इस्ट के हमारे अपने भाई बहनों को विश्वास दिलाये की हर हाल में हम आपके साथ है.कोई बाहरी ताकद हमें कमजोर करने का यत्न न करे.पाक अपने नापाक इरादों के साथ हमारे भाईचारे को मटमैला करने का प्रयत्न न करे.हमारा दुश्मन हमारे मन में असहिष्णुता का धीमा जहर फैलाकर हमें कमजोर बनाना चाहता है.हमारी एकता को मिटाकर हमारी ताकद को खोखला करने का दिवास्वप्न देख रहा है.मेरे प्यारे देशवासियों संकट के समय हमें हमारे भाई बहनों को विश्वास दिलाना होगा.हर पल उनके साथ रहकर उनकी सुरक्षा का जिम्मा उठाना होगा.हमारी कौमी एकता को ललकार कर कोई हमें ठेस पहुचने का साहस न करे.हमारी संस्कृति,हमारे संस्कार मिलजुलकर रहने की शिक्षा देती है.जिओ और जीने दो का सन्देश देती है.प्यार ,मोहोबत करना सिखाती है.नफरत का हमारे सर्व धर्म समभाव से कोई नाता नहीं.हम सब भारत वासी एक थे,एक है और सदा एक रहेंगे.हमारी कौमी एकता के आगे कोई शैतानी शक्ति नहीं टिक पायेगी.हमारे प्यारे भाई बहनों को कोई हमसे जुदा नहीं कर सकता.उन्हें पलायन कर जाने की जरुरत कभी न पड़े,उनके साथ कोई अनहोनी न हो यही दुआ करती हु और मेरे देश में अमन,शांति बनी रहे यही भगवान से अर्चना करती हु.आप सबसे विनती करती हु की हमारे अपनो का साथ हम न छोड़े.चंद लोगो के नापाक इरादों से न डरे.हमारे भयभीत भाई बहनों को धाडस बंधाये.कल ये सब हमारे साथ भी हो सकता है.मिलजुलकर इन अमानवीय ,शैतानी देशद्रोहियों को नेस्तनाबूत करे. सारे जहा को दिखा दे की हम सब साथ साथ है .
Answer:
भारत में रहनेवाला हर एक नागरिक अपने मुल्क की मिटटी से जुड़ा हुआ है Iउसे भारत के किसी भी कोने रहने का हक़ हैI पुरे भारत में हर जगह हर तरह की भाषा पाई जाती है अलग अलग विचार आहार विहार भाषा लेकिन सबकी संस्कृति एक है I एक सोच जो हमारे देश के गौरव को और बढाती है Iहमारे स्वतंत्र भारत का स्वप्न है की समस्त भारत धरमनिरपेक्ष हो I परन्तु कुछ लोग हैं ऐसे जो हमारे ही देश की सोच को तोडना चाहते हैं Iधिक्कार उस देशद्रोहियों पर जो हमारे अपनों को दूर करना चाहते हैं I
हमें चाहिए की हमारे देश में ,हमारे मन में नफरत की आग फ़ैलाने वाले इन शरारती तत्वों से हमारे देश कोI हमारे प्यारे देशवासियों को बचाए रखेIदेश के हर कोने कोने में यह अहसाह दिलाये कि की हर हाल में हम आपके साथ हैI कोई बाहरी ताकद हमें कमजोर करने का यत्न न करेIपाक अपने नापाक इरादों के साथ हमारे भाईचारे को मटमैला करने का प्रयत्न न करेI हमारा दुश्मन हमारे मन में असहिष्णुता का धीमा जहर फैलाकर हमें कमजोर बनाना चाहता हैIहमारी एकता को मिटाकर हमारी ताकत को खोखला करने का दिवास्वप्न देख रहा हैI
मेरे प्यारे देशवासियों संकट के समय हमें हमारे भाई बहनों को विश्वास दिलाना होगा.हर पल उनके साथ रहकर उनकी सुरक्षा का जिम्मा उठाना होगाI हमारी कौमी एकता को ललकार कर कोई हमें ठेस पहुचने का साहस न करे.हमारी संस्कृति,हमारे संस्कार मिलजुलकर रहने की शिक्षा देती हैI जिओ और जीने दो का सन्देश देती है.प्यार , करना सिखाती है.नफरत का हमारे सर्व धर्म समभाव से कोई नाता नहींI
हम सब भारत वासी एक थे,एक है और सदा एक रहेंगे.हमारी एकता के आगे कोई शैतानी शक्ति नहीं टिक पायेगीI हमारे प्यारे भाई बहनों को कोई हमसे जुदा नहीं कर सकता.उन्हें पलायन कर जाने की जरुरत कभी न पड़े,उनके साथ कोई अनहोनी न हो प्रार्थना करती हु I मेरे देश में अमन,शांति बनी रहे Iआप सबसे विनती करती हु की हमारे अपनो का साथ हम न छोड़ेIचंद लोगो के नापाक इरादों से न डरेIहमारे भयभीत भाई बहनों को धाडस बंधायेIकल ये सब हमारे साथ भी हो सकता है. मिलजुलकर इन अमानवीय ,शैतानी देशद्रोहियों को नेस्तनाबूत करेI सारे जहा को दिखा दे की हम सब साथ साथ है और साथ में यह कहें कि
"सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा "