अनुच्छेद लेखन
जीवन में परिश्रम का महत्व
तीन संकेत बिंदु पर दिए गए व अनुचित को पूर्ण करे
पहला संकेत बिंदु परिश्रम की आवश्यकता
दूसरा संकेत बिंदु परिश्रम से ही विकास संभव
तीसरा संकेत बिंदु सफलता की परिश्रम का मंत्र
कृपया करके कोई भी फालतू का उत्तर ना दें मुझे पूरा सही उत्तर चाहिए जिसने भी फालतू का उत्तर दे दिया मैं उससे रिपोर्ट कर दूंगी उसके उत्तर को सही सही उत्तर देने की कृपा करें
Answers
आखिर ऐसा क्या है जिसके कारण परिश्रम हमारे जीवन में आवश्यक है? परिश्रम का मानवीय जीवन में अत्यधिक महत्व है, अपने सम्पूर्ण जीवन में कोई भी मनुष्य बिना कार्य करे नही रह सकताl इस संसार में उपस्थित सभी जीव जंतु प्राणी नियमित रूप से अपना जीवन यापन के लिए कार्य करते हैl
परिश्रम ही एक ऐसा साधन है जिसके माध्यम से एक व्यक्ति अपने जीवन की किसी भी परेशानी से छुटकारा पा सकता हैl नियमित रूप से किया गया परिश्रम ही हमें हमारे जीवन के लक्ष्यों तक पहुँचाता है l शायद ही कोई ऐसा कार्य है जो परिश्रम से पूरा न किया जा सकेl
कड़ी मेहनत से ही सफलता, उन्नति और विकास का मार्ग प्रशस्त होता है l सम्पूर्ण प्रकृति भी अपना काम बिना रुके पूरे परिश्रम से कार्य करती है l नदियाँ दिन रात बहती है, कीड़े, पशु, पक्षी अपने दैनिक जीवन में व्यस्त रहते हैं, सूर्य चन्द्रमा अपने समय पर बिना रुके अपन काम करते है।
आज संसार के सभी देश परिश्रम के बल पर ही उन्नति और विकास कर रहे हैl परिश्रमी व्यक्ति को न केवल जीते जी यश की प्राप्ति होती है बल्कि मरने के बाद भी यश मिलता हैl जिस देश के लोग परिश्रमी होते है वही देश उन्नति कर सकता है। जिस देश के नागरिक आलसी और भाग्य पर निर्भर होते हैं वह देश किसी भी शक्तिशाली देश का आसानी से गुलाम बन जाता है।
मानव के परिश्रम का ही फल है कि आज दुर्गम पहाड़ियों में भी यातायात के अच्छे-अच्छे साधन सुलभ हो गये है । पर्वतों को काटकर सडकों का निर्माण, नदियों और समंदर पर पुल बनाने का कार्य, समंदर की छाती को चीरकर आगे बढ़ना, दुनिया में बड़ी-बड़ी इमारतों का निर्माण अंतरिक्ष, चाँद और सूरज तक जाने की योजना बनाना, कुछ देशों का वहां तक पहुंच भी जाना ये सब परिश्रम के ही फल है जो पूरी दुनिया में लोगों द्वारा किये जा रहे है।
Explanation:
उत्तराखंड में पिछले सप्ताह भूकंप आ गया था। आप अपने मित्र के साथ भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए जाना चाहते हैं। आप अपने मित्र और स्वयं के बीच हुए संवाद का लेखन कीजिए। आप समीर हैं।
उत्तरः
समीर – संजय, क्या तुम्हें उत्तराखंड में आए भूकंप की कुछ जानकारी मिली?
संजय – हाँ समीर, कल शाम को मैं अपने पापा के साथ दूरदर्शन पर समाचार देख रहा था तभी इस बारे में जान गया।
समीर – ऐसी प्राकृतिक आपदा देखकर मेरा तो मन भर आया।
संजय – ठीक कहा समीर तुमने, टूट-फूट चुके घर, तबाह हो गई जिंदगियाँ, धंसी ज़मीन, टूटी सड़कें, जगह-जगह शरणार्थी से बैठे लोगों को देखकर आँखों में आँसू आ गए।
समीर – मित्र, मैंने तो इन लोगों के आँसू पोछने के लिए सोचा है।
संजय – क्या मतलब? .
समीर – हमें इन लोगों की मदद करनी चाहिए।
संजय – हमारे पास साधन भी तो नहीं है।
समीर – दृढ़ इच्छा और लगन से सब कुछ संभव है। मैंने अपने स्कूल के कुछ छात्रों से बात की तो वे सहर्ष तैयार हो गए हैं। आज हम अपना-