अनुच्छेद -मेरापिरय कवि
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पढ़ने का शौक है। मैं पाठ्य पुस्तकें तो ध्यान से पढ़ता ही हूँ, पुस्तकालय में बैठकर कवियों की रचनाओं को पढ़ने में भी मुझे बहुत आनंद आता है। मैंने हिन्दी के बहुत से कवियों की रचनाओं को ध्यान से पढ़ा है। इसमें कोई सन्देह नहीं, सभी कवियों की अपनी अपनी विशेषताएँ होती हैं। कोई वीरता के गीत गाता है तो कोई प्रेम कहानी को अपनी वाणी देता है। कोई भक्तकवि होता है तो प्रकृत्ति का चित्रण करने में लगा रहता है। मैंने बहुत से कवियों की रचनाओं का आनंद लिया है। मैं तो महात्मा तुलसीदास को ही अपना प्रिय कवि मानता हूँ।
जन्म स्थान- मेरे प्रिय कवि तुलसीदास के जन्म स्थान के बारे में भी मतभेद है। अभी तक यह निश्चित नहीं हो पाया है कि उनका जन्म स्थान कौन सा है। इसी प्रकार उनकी जन्म तिथि के बारे में भी विवाद है। सच्चाई यह है कि उन्होंने अपने जीवन के विषय में कुछ विशेष नहीं लिखा है। इसलिए उनके काव्य में थोड़ा बहुत जीवन के बारे में प्रसंग मिलते
जन्म स्थान- मेरे प्रिय कवि तुलसीदास के जन्म स्थान के बारे में भी मतभेद है। अभी तक यह निश्चित नहीं हो पाया है कि उनका जन्म स्थान कौन सा है। इसी प्रकार उनकी जन्म तिथि के बारे में भी विवाद है। सच्चाई यह है कि उन्होंने अपने जीवन के विषय में कुछ विशेष नहीं लिखा है। इसलिए उनके काव्य में थोड़ा बहुत जीवन के बारे में प्रसंग मिलते
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