अनेकार्थ,क शब्द की परिभाषा लिखिते हुए कई 10 अनेकार्थी शब्दों को अर्थ सहित लिखकर वक्रय बनाइये।
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अनेकार्थक शब्द का अर्थ है–अनेक अर्थ वाला, अर्थात् जिन शब्दों से एक से अधिक अर्थ–बोध होता है, उन्हें अनेकार्थक (Homonyms) कहते हैं।
हिन्दी साहित्य में अनेकार्थी शब्दों का प्रयोग अधिकतर काव्य में ही मिलता है। काव्य के रसास्वादन के लिए इनका ज्ञान आवश्यक है। इन्हीं शब्दों द्वारा कवियों ने यमक और श्लेष अलंकारों का भरपूर प्रयोग किया है। विद्यार्थियों के अध्ययन हेतु अनेकार्थक शब्दों की सूची प्रस्तुत है
Anekarthi Shabd, अनेकार्थी शब्द, Anekarthi Shabd In Hindi : हिन्दी व्याकरण
January 6, 2020 by Prasanna
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अनेकार्थक शब्द
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अनेकार्थक शब्द का अर्थ है–अनेक अर्थ वाला, अर्थात् जिन शब्दों से एक से अधिक अर्थ–बोध होता है, उन्हें अनेकार्थक (Homonyms) कहते हैं।
हिन्दी साहित्य में अनेकार्थी शब्दों का प्रयोग अधिकतर काव्य में ही मिलता है। काव्य के रसास्वादन के लिए इनका ज्ञान आवश्यक है। इन्हीं शब्दों द्वारा कवियों ने यमक और श्लेष अलंकारों का भरपूर प्रयोग किया है। विद्यार्थियों के अध्ययन हेतु अनेकार्थक शब्दों की सूची प्रस्तुत है
Anekarthi Shabd List In Hindi (प्रमुख अनेकार्थक शब्द की सूची)
Hindi Anekarthi Shabd (शब्द अनेकार्थक शब्द)
अंक – गिनती के अंक, गोद, भाग्य, चिह्न, रूपक के दस भेदों में से एक, नाटक का अध्याय
अंकोर – दोपहरी, रिश्वत, भेंट, गोद, कलेवा।
अंग – शरीर, टुकड़ा, अवयव, भेद, पक्ष, सहायक, भाग, हिस्सा।
अक्रूर – कृष्ण के चाचा, मित्र, कोमल स्वभाव वाला।
अचल: – अटल, पहाड़, निश्चल, स्थिर, वृक्ष, पार्वती।
अज – बकरा, दशरथ के पिता, अजन्मा, शिव, ब्रह्मा, मेषराशि, जीव, आत्मा, कामदेव।
अजया – बकरी, भाँग, विजया। . अच्युत स्थिर, विष्णु, कृष्ण, अपतित।
अक्षर – वर्ण, ईश्वर, आत्मा, स्थिर, शिव, विष्णु, अविनाशी।
अधर – होंठ, आकाश, अनाधार, नीच, बुरा, चंचल।
अदिति – पृथ्वी, प्रकृति, देवताओं की माता, रक्षा, देवलोक, वाणी।
अमृत – जल, दूध, अमर, अन्न, सुधा, पारा, प्रिय, सुन्दर, आत्मा, शिव, घी, धन।
अब्ज – कपूर, अरब की संख्या, कमल, चन्द्रमा, शंख।
अब्द – बादल, वर्षा, मेघ, आकाश, साल।
अपेक्षा – आशा, आवश्यकता, इच्छा, आकांक्षा, लालच, अनुरोध, भरोसा, तुलना।
अनन्त – अन्तहीन, शेषनाग, लक्ष्मण, आकाश, विष्णु।
अरस – आकाश, नीरस, आलस्य, महल, रसशून्य, अनाड़ी, सुस्ती, बेस्वाद।
अरुण – सूर्य का सारथी, लाल, सूर्य, गरुड़, तड़का, सिन्दूर, केसर।
अन्तर – फ़र्क, भीतर, अन्तरिक्ष, समय, व्यवधान।
अपवाद – किसी नियम के विपरीत, कलंक, निन्दा, विरोध, आदेश, आज्ञा।
अतिथि – मेहमान, अग्नि, अपरिचित, संन्यासी, आगन्तुक, अभ्यागत।
अर्क – सूर्य, सत्त्व, ताँबा, बिजली की चमक, स्फटिक, मदार, क्वाथ (काढ़ा) रविवार।
अर्थ – धन, प्रयोजन, तात्पर्य, कारण, लिए, अभिप्राय, निमित्त, फल, वस्तु, प्रकार।
अलि – सखी, भ्रमर, कोयल, बिच्छू, मदिरा, कौआ, कोयल, सहेली, पंक्ति, बाँध, सेतु।
अवि – सूर्य, पहाड़, पर्वत, आक, भेड़, मेष, वायु, कम्बल।
अहि – दुष्ट, सूर्य, साँप, राहु, पृथ्वी, जल, बादल।
आम – सामान्य, एक फल, मामूली, अपक्व, आँव, कच्चा, आम्र।
आत्मज – पुत्र, कामदेव, बेटा।
आन – दूसरा, क्षण, शपथ, टेक, सीमा, बनावट, लज्जा, प्रतिज्ञा, विचार।
आतुर – उत्सुक, उतावला, रोगी, कमज़ोर, दुःखी, आहत, पीड़ित, व्यग्र, व्याकुल।
आराम – विश्राम, वाटिका, एक प्रकार का दण्डक वृत्त, फुलवाड़ी।
आसुग – मन, वायु, वाण।
इतर – अन्य, नीच, चरस, अन्त्यज, अवशेष, बाकी, साधारण, दूसरा।
गणित – में एक की संख्या, चन्द्रमा, कपूर।
उरु – जाँघ, विशाल, श्रेष्ठ, विस्तीर्ण, अधिक मूल्यवान, जाँच।
उर्मी लहर, पीड़ा, तरंग, प्रकाश, वेग, भंग, भ्रान्ति, भूल।
ऐन कस्तूरी, घर, पूर्ण, आँख, उपयुक्त, ठीक।
ओस गीला, गोद, धरोहर, बहाना, जिमीकन्द।
कंज कमल, सिर के बाल, अमृत, ब्रह्म, केश।
कनक सोना, धतूरा, गेहूँ, आटा, खजूर, नागकेसर, पलास।
कर हाथ, टैक्स, लँड, किरण, ओला, विषय, छल, युक्ति, काम।
कल मशीन, चैन, आने वाला कल, बीता हुआ कल, शान्ति, सुन्दर।
कन्द जड़, मिश्री, बादल, समूह, सूरन, गाँठ, शोथ।
कटाक्ष आक्षेप, तिरछी चितवन, व्यंग्य।
कर्ण कान, कुन्ती का पुत्र, समकोण त्रिभुज के सामने की भुजा।
काम कार्य, इच्छा, कामना, अनुराग, चार पुरुषार्थों में एक पुरुषार्थ काम।
काल समय, शत्रु, यमराज, अवसर, अकाला कुशल चतुर, क्षेम (खैरियत), योग्य, कुश लाने वाला।
कृष्ण भगवान कृष्ण, काला, वेदव्यास।
केतु – एक ग्रह, ध्वजा, पुच्छल तारा, ज्ञान, प्रकाशा कौशिक विश्वामित्र, इन्द्र, सपेरा, उल्लू, नेवला।
खग – पक्षी, वाण, गन्धर्व, सूर्य, ग्रह, चन्द्रमा, देवता, वायु।
खर – गधा, दुष्ट, तिनका, गर्दभ, खच्चर, कौआ, रावण के भाई का नाम।
खल – दवा कूटने का पात्र, धतूरा, दुष्ट।
गण – समूह, छन्दों में तीन वर्णों का समूह, शिव के अनुचर।
गति – चाल, मोक्ष, हालत, गमन, परिणाम, ज्ञान, प्रमाण, मुक्ति, कर्मफल, दशा।
गुरू – शिक्षक, बड़ा, माता–पिता, भारी, छन्द में दीर्घ, मात्रा।
गोपाल – गाय पालने वाला, कृष्ण, ग्वाला, किसी लड़के का नाम।
गौतम – गौतम बुद्ध, द्रोणाचार्य का साला, भारद्वाज।
गौतमी – हल्दी, गोदावरी नदी, गोरोचन, गौतम ऋषि की पत्नी, अहिल्या, दुर्गा
घट – शरीर, घड़ा, कम, कलश, जलपात्र, पिण्ड, मन, हृदय, न्यून।
घन – हथौड़ा, बादल, बड़ा, मेघ, समूह, विस्तार, अभ्रक।
घुटना – कष्ट सहना, साँस लेने में कठिनाई, पाँव का मध्य भाग।
चक्र – कुम्हार का चाक, विष्णु का अस्त्र, पहिया, वायु का भँवर, दल।
चक्री – विष्णु, कुम्हार, गाँव का पुरोहित, चकवा पक्षी, कौआ।
चपला – चंचल स्त्री, लक्ष्मी, बिजली, मदिरा, जीभ, भाँग।
चर – विचरण करने वाला, पशुओं के चरने का स्थान, जासूस।