अनान करना
अंतरिक्ष के पार की दुनिया से क्या सचमुच कोई बस आती है जिससे खतरों
के बाद भी बचे हुए लोगों की खबर मिलती है? आपकी राय में यह झूठ
है या सच? यदि झूठ है तो कविता में ऐसा क्यों लिखा गया? अनुमान
लगाइए यदि सच लगता है तो किसी अंतरिक्ष संबंधी विज्ञान कथा के आधार
पर कल्पना कीजिए कि वह बस कैसी होगी, वे बचे हुए लोग खतरों से
क्यों घिर गए होंगे? इस संदर्भ को लेकर कोई कथा बना सकें तो बनाइए।
Answers
Answer:
अंतरिक्ष के पार की दुनिया से क्या सचमुच कोई बस आती है जिससे खतरों
के बाद भी बचे हुए लोगों की खबर मिलती है? मेरी राय में यह झूठ है |
प्रस्तुत कविता में कवि ने बात को स्पष्ट करने के लिए कल्पना का सहारा लिया है। अंतरिक्ष के पार की दुनिया की सभी बातें काल्पनिक है। इस प्रकार को कल्पना कहा जाता , कल्पना के आधार पर हम अनुमान लगा सकते है |
दूसरी दुनिया के अस्तित्व को लेकर वैज्ञानिकों के पास भी कोई प्रमाण नहीं है |
बड़े-बुजुर्गों की कहानियों में वर्षों से ऐसी काल्पनिक चीजों के नाम सुनने को मिलते रहे हैं, जिनका वास्तविक जीवन में कोई वास्ता नहीं है। अंतरिक्ष के पार से आने वाली बस भी इन्हीं काल्पनिक चीजों में से एक है। अंतरिक्ष के पार से आने वाली बस यह सब फिल्मों में दिखाया जाता है हकीकत में ऐसा कुछ नहीं होता | कहानी और कविता यों में बातों को समझाने के लिए कल्पनाओं का सहारा लेना पढ़ता है |
Answer:
अंतरिक्ष कार्यक्रम के तहत पाकिस्तान के तीन शहरों कराची, लाहौर और इस्लामाबाद में स्पेस सेंटर बनाए जाएंगे।
अभी पाकिस्तान सैन्य और असैन्य सैटेलाइट भेजने के लिए अमेरिका, चीन और रूस जैसे देशों पर निर्भर है।