Hindi, asked by prabhjot9112006, 8 months ago

अनुनासिक के चिहन को किस रूप में लिखते हैं?तथा इसके चिहन का प्रयोग करते हुए पांच शब्दों को
लिखें?

Answers

Answered by ranjeetkour9053389
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Explanation:

जब शिरोरेखा के ऊपर स्वर की मात्रा लगी हो तब सुविधा के लिए चन्द्रबिन्दु (ँ) के स्थान पर बिंदु (ं) का प्रयोग करते हैं। जैसे - मैं, बिंदु, गोंद आदि।

अनुनासिक और अनुस्वार में अंतर

अनुनासिक स्वर है और अनुस्वार मूल रूप से व्यंजन है। इनके प्रयोग में कारण कुछ शब्दों के अर्थ में अंतर आ जाता है। जैसे - हंस (एक जल पक्षी), हँस (हँसने की क्रिया)।

अनुनासिक शब्द

• धूल- गाँव, मुँह, धुँधले, कुआँ, चाँद, भाँति, काँच।

• दुःख का अधिकार- बाँट, अँधेर, माँ, फूँकना, आँखें।

• एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- बाँधकर, पहुँच, ऊँचाई, टाँग, पाँच, दाँते, साँस।

• तुम कब जाओगे, अतिथि- धुआँ, चाँद, काँप, मँहगाई, जाऊँगा।

• वैज्ञानिक चेतना के वाहक चंद्रशेखर वेंकट रामन्- ढूँढने, ऊँचे, भाँति।

• कीचड़ का काव्य- रँगी, अँगूठा, बाँधकर।

• धर्म की आड़- मियाँ, अजाँ।

• शुक्रतारे के समान- जालियाँवाला, ऊँगली, ठूँस, गूँथ।

पाठ्य-पुस्तक 'संचयन-I' में प्रयुक्त अनुनासिक शब्द

गिल्लू - काँव-काँव, उँगली, काँच, बूँदें, रोएँ, पूँछ, काँच, झाँकते।

स्मृति- बूँदा-बाँदी, गाँव, आँगन, कँप-कँपी, बाँध, साँप, कुएँ, पाँच, फुँकार, फूँ-फूँ, दाँत।

कल्लू कुम्हार की उनाकोटी- झाँका, मुँहजोर, उँड़ेल, बाँस, सँभाले, धँसकर।

अब आप कोई भी अनुस्वार लगा शब्द देखें.....जैसे ..गंगा , कंबल , झंडा , मंजूषा, धंधा

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