Hindi, asked by avni986, 1 year ago

अनुप्रास अलंकार की परिभासा एवम उदाहरण

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Answered by AJAYMAHICH
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एक ही वर्ण की आवृति होती है अर्थात एक ही वर्ण बार-बार आता है | 




जैसे- चारू चन्द्र की चंचल किरणें, खेल रही है जल थल में  | 

Answered by Anonymous
3

Answer:

अलंकार

काव्य सौंदर्य बढ़ाने वाले साधन को अलंकार कहते हैं । यानी जो अलंकित करें या शोभा बढ़ाएं और काव्य की सुंदरता पढ़ाने वाले गुण धर्म को अलंकार कहते हैं ।

• अनुप्रास अलंकार

= काव्य में ध्वनि सौंदर्य को बढ़ाने के लिए जब व्यंजनों की आवर्ती एक विशेष क्रम से हो तो , उसे अनुप्रास अलंकार कहते हैं ।

उदाहरण :-

• कालिंदी कूल कदंब की डारन

इस पंकित में " " वर्ण की चार बार आवृत्ति होने के कारण यहां अनुप्रास अलंकार है ।

• तरनि तनूजा तट - तमाल तरुवर बहु छाए।

इस पंकित में " " वर्ण की 5 बार आवृत्ति हुई है ।

• मैया मोरी मैं नहीं माखन खायो ।

इस पंकित में " " वर्ण की चार बार आवृत्ति हुई है ।

• रघु रघुपति राघव राजा राम

इस पंकित में " " वर्ण वर्ण की 5 आवृत्ति हुई है ।

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