Hindi, asked by bhativatsal351, 6 hours ago

*अनौपचारिक पत्र*
पिता का पुत्र के नाम कोरोना महामारी के दौरान घर पर ही रहने, योग आदि करने, तुरंत वैक्सीनेशन करवाने एवं सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करने के संबंध में एक पत्र लिखिए।​

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Answered by 33ksingh33
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Answer:

"15 जनवरी 2021 का दिन था. फ़ोन पर एक मैसेज आया अगले दिन आपको कोरोना वैक्सीन लगेगी. मैं बहुत ख़ुश था. मैंने कोरोना महामारी से लड़ते हुए डॉक्टरों को बेहद क़रीब से देखा था. मैं ख़ुद भी प्लाज़्मा थेरेपी से कोरोना के इलाज के तरीक़ों में शामिल रहा था. मेरी पत्नी भी कोरोना की ड्यूटी पर आईसीयू में तैनात रही है. बहन भी इसी पेशे में है. मुझे लगा कि आख़िरकार अब एक सुरक्षा कवच मिल ही जाएगा."

16 जनवरी को मुझे वैक्सीन की पहली डोज़ लगी. मुझे कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं हुआ. वैक्सीन सेंटर पर आधे घंटे रुकने के बाद मैं सामान्य महसूस कर रहा था. एक पैथोलॉजी डॉक्टर होने के नाते मैंने वैक्सीन लेने से पहले ही अपनी एंटी बॉडी लेवल चेक किया था, जो पहले डोज़ के एक दिन पहले 0.05 था. वैक्सीन के पहले डोज़ के बाद 30 जनवरी को 0.88 हो गया था.

पहले डोज़ के 38 दिन बाद 24 फ़रवरी 2021 को मुझे वैक्सीन की दूसरी डोज़ लगी. दूसरी डोज़ लगने से एक दिन पहले भी मैंने एंटी बॉडी टेस्ट किया जो 2.28 था. यानी धीरे धीरे शरीर में एंडी बॉडी की मौजूदगी बढ़ रही थी. दूसरे डोज़ के बाद भी कोई दिक़्क़त नहीं थी. जो सामान्य रेस्ट की बात वैक्सीन के बाद कही जाती है, मैंने उन सब नियमों का पालन किया था.

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