'अनुराधा' कहानी में अनुराधा का चरित्र नारी सशक्तिकरण का प्रतीक हैं सिद्ध कीजिए।
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बिल्कुल क्योंकि वह केवल एक नहीं बल्कि क ई सारी दायित्व का पालन एक साथ करती है।
घर-गृहस्थी, संसार , आफिस का काम अकेले देखना।
समाज के तानों को झेलना। तब भी जीवन से समझौता करना।
अनावश्यक न बोलना।
यह सब सशक्त नारी का ही तो चरित्र है। जो अनुराधा में है।
घर-गृहस्थी, संसार , आफिस का काम अकेले देखना।
समाज के तानों को झेलना। तब भी जीवन से समझौता करना।
अनावश्यक न बोलना।
यह सब सशक्त नारी का ही तो चरित्र है। जो अनुराधा में है।
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