अनुशासन ही जीवन का सार है अनुशासन ना हो तो जीवन रूपी गाड़ी पटरी से उतर जाती है यदि सभी लोग सड़क पर चलते समय अपने अपने नियम का पालन करने लगे और सड़क पर किसी भी तरह गाड़ी चलाने लगे तो पूरी तरह अवस्था फैल जाती है नियमों का पालन करते हुए अनुशासित जीवन व्यतीत कर के ही हम देश और समाज की उन्नति में सहायक हो सकते हैं जीवन के किसी भी क्षेत्र में अनुशासन के बल पर ही हम आगे बढ़ सकते हैं दूसरे शब्दों में अनुशासन की सीढ़ी पर चढ़कर हम अपने जीवन लक्ष्य तक पहुंच सकते हैं
Answers
Answered by
7
Answer:
hi mu self rathod kuldeepsinh
Answered by
6
Answer:
अनुशासन ही जीवन है
Explanation:
अनुशासन ही जीवन है।
परिश्रम और अनुशासन जीवन के दो पहलू हैं।
यदि मनुष्य सफल होना चाहता है तो उसे नियमित रूप से परिश्रम करना चाहिए और अनुशासन के साथ अपना जीवन व्यतीत करना चाहिए।
अनुशासन से जीवन में समय का मूल्य पता चलता है।
सदैव
Similar questions