Hindi, asked by angle64, 1 year ago

अनुशासन स्वयं विकास का प्रथम चरण है इस पर अपने विचार

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Answered by bhatiamona
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अनुशासन स्वयं विकास का प्रथम चरण है |

इस विषय में मेरे विचार इस प्रकार है :

अनुशासन मनुष्य की सफलता का अधिकांश भाग उसकी अनुशासित गतिविधियों पर निर्भर करता है। अनुशासन बहुत जरूरी है | अगर हम हर एक काम अनुशासन से करेंगे तो जीवन में अपने लक्ष्य को पूरा कर सकेंगे | हर काम को समय पर करना और अनुशासन के साथ करना बहुत जरूरी है |

अनुशासन एक ऐसा गुण है जिसकी मनुष्य को जीवन के हर क्षेत्र में जरूरत पड़ती है | अपने लक्ष्य को पूरा करने केलिए हमें अनुशासन और नियमों से चलना चाहिए | अनुशासन से ही जीवन में सफलता हैं,  सफलता हैं तो समृद्धि है, और समृद्धि है तो ऐश्वर्य है।  

हम सबको को हमेशा अनुशासन में रहना चाहिए और अपने माता-पिता सब का आदर करना  चाहिए |  देश का भविष्य छात्रों पर निर्भर है | राष्ट्र के प्रति उसके जो कर्तव्य है उसका पालन करना उसका कर्तव्य है |  

Answered by SwatiGawad
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अनुशासन सफलता की कुंजी है- यह किसी ने सही कहा है । अनुशासन मनुष्य के विकास के लिए बहुत आवश्यक है । यदि मनुष्य अनुशासन में जीवन-यापन करता है, तो वह स्वयं के लिए सुखद और उज्जवल भविष्य की राह निर्धारित करता है । मनुष्य द्वारा नियमों में रहकर नियमित रूप से अपने कार्य को करना अनुशासन कहा जाता है । यदि किसी के अंदर अनशासनहीनता होती है तो वह स्वयं के लिए कठिनाईयों की खाई खोद डालता है । विद्यार्थी हमारे देश का मुख्य आधार स्तंभ है । यदि इनमें अनुशासन की कमी होगी, तो हम सोच सकते हैं कि देश का भविष्य कैसा होगा ।

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