'अन्वेषण' कविता के अनुसार ईश्वर कहाँ विद्यमान हैं ?
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Answer:
शब्दार्थ
• सदन
-
घर
• मान - सम्मान -
रिझाना - प्रसन्न करना
बेबस - लाचार
• कथन – कहना-बोलना
अधीर - बेचैन
प्रश्न 1: कवि ईश्वर को कहाँ ढूँढ़ रहा था ?
उत्तर: कवि ईश्वर को कुंज और वन में ढूँढ़ रहा था।
प्रश्न 2: ईश्वर कवि को किस रूप में पुकार रहा था?
उत्तर: ईश्वर कवि को किसी की आह के रूप में पुकार रहा
था।
प्रश्न 3: कवि ईश्वर का रास्ता कहाँ देख रहा था?
उत्तर: कवि ईश्वर का रास्ता किसी फुलवारी या बगीचे में
देख रहा था ।
प्रश्न 6: ज्ञान, ईमान, प्रेम और सत्य के रूप में ईश्वर
कहाँ निवास करता है?
उत्तर: ईश्वर ज्ञान के रूप में हिन्दुओं में, ईमान के रूप में
मुस्लिमों में, प्रेम के रूप में क्रिश्चियनों में तथा सत्य के रूप
में सज्जन लोगों में निवास करता है।
प्रश्न 7: कवि ईश्वर से किस आशीर्वाद की कामना
करता है?
उत्तर: कवि दृष्टि, मन एवं वचन में ईश्वर को देखने की
प्रतिभा मिले, कष्ट सहने में समर्थ बने, दुख में हार न मानने
तथा सुख में ईश्वर को न भूलने का प्रभाव उनके अधीर
मन में भर जाए; ऐसे आशीर्वाद की कामना करता है।