Hindi, asked by ushadevi96086, 10 hours ago

'अनायास ही सिहंनी' का अर्थ स्पष्ट करे ?​

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Answered by Anonymous
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Answer:

[क्रि.वि.] - 1. बिना कोशिश के; बिना मेहनत के 2. आसानी से 3. स्वतः।

Explanation:

Answered by keerthanakrishna59
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जानवरों में गधा सबसे ज्यादा बुध्दिहीन समझा जाता है। हम जब किसी आदमी को पहले दरजे का बेवकूफ कहना चाहते हैं तो उसे गधा कहते है। गधा सचमुच बेवकूफ है,या उसके सीधेपन,उसकी निरापद सहिष्णुता ने उसे यह पदवी दे दी है,इसका निश्चय नही किया जा सकता। गायें सींग मारती हैं, ब्याई हुई गाय तो अनायास ही सिंहनी का रूप धारण कर लेती है। कुत्ता भी बहुत गरीब जानवर है, लेकिन कभी-कभी उसे भी क्रोध आ ही जाता है, लेकिन गधे को कभी क्रोध करते नहीं सुना, न देखा। जितना चाहो उस गरीब को मारो, चाहे जैसी खराब सङी हुई घास सामने डाल दो। उसके चेहरे पर कभी असंतोष की छाया भी न दिखायी देगी। वैशाख में चाहे एकाघ बार कुलेल कर लेता हो; पर हमने तो उसे कभी खुश होतें नहीं देखा। उसके चेहरे पर एक स्थायी बिषाद स्थाई रूप के छाया रहता है। सुख-दु:ख, हानि-लाभ, किसी दशा में भी उसे बदलते नहीं देखा। 

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