अनर्थ का मूल स्त्रोत कहा होता है?
Answers
Answered by
2
अर्थ का अनर्थ तब होता है । जब व्यक्ति हद से ज्यादा चीजों को जानने एवं समझने लगता है।
कहते हैं न विनाशकाले विपरीत बुद्धि।
जब व्यक्ति जोश में घमंड में आ जाता है । तब उसे गलत काम भी अच्छा लगने लगता है।
गलत काम का परिणाम भी गलत ही होता है।
कहते हैं न विनाशकाले विपरीत बुद्धि।
जब व्यक्ति जोश में घमंड में आ जाता है । तब उसे गलत काम भी अच्छा लगने लगता है।
गलत काम का परिणाम भी गलत ही होता है।
Similar questions