Andheri Nagari chaupat Raja ka Arth spasht kijiye AVN vakya banaaiye
Answers
Answered by
1
Answer:
राजा, सुगठित प्रशासन और न्याय के लिए जाने जाते रहे हैं.
जिस राज्य का राजा बिना विवेक के, बिना विचार के, बिना उचित न्य्याय के, बिना देश हित को सोच कर कार्य करता है वह चौपट राजा कहलाता है. राजा का “मूड” किस बात पर बिगड़ जाए, किस बात पर बन जाए, कहा नहीं जा सकता। उसकी बेवकूफी की सज़ा मासूम प्रजा को भी भुगतनी पड़ती है। एक निर्दोष सज़ा पा सकता है और एक दोषी सम्मान।
अंधेर नगरी भी ऎसी ही एक काल्पनिक जगह है जहां सब कुछ विचार हीन है. कोई तर्क नहीं चलता, कोई विचार नहीं कोई औचित्य नहीं। प्रजा के हाथ में इतनी शक्ति भी नहीं कई वह राजा को सुधार सके।
राजा प्रजा का मुखिया होता है. अगर राजा ही चौपट है, तो प्रजा उसीके हाँ में हाँ मिलाएगी और विचार हीन, न्याय हीन रहेगी। सबकुछ गड़बड़।
HOPE THIS WILL HELP YOU...... PLEASE MARK THIS AS BRAINLIEST AND FOLLOW ME.
Similar questions