Hindi, asked by nirmalanagesh0909, 4 months ago

anuchchhed on " सकल पदारथ हैं जगमाहीं "​

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Answered by supriyaverma80
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Answer:

गोस्वामी तुलसीदास जी ने अपने एक दोहे में कहा है, 'सकल पदारथ हैं जग माहीं। करमहीन नर पावत नाहीं। ' इसका मतलब है कि इस दुनिया में सारी चीजें हासिल की जा सकती हैं लेकिन वे कर्महीन व्यक्ति को कभी नहीं मिलती हैं।

हम सभी को पता है कि बिना मेहनत किये हम कभी भी सफल नहीं हो सकते, लेकिन चौकने वाली बात यह है कि हम मेहनत से जी चुराते हैं, हमेशा काम को टालते रहते हैं और ज्यादातर मूड नहीं है कहकर खुद को धोखा में रखते हैं, बहाने बनाते हैं मतलब सीधे शब्दों में काम करने के अलावा सब कुछ करते हैं।

गोस्वामी तुलसीदास जी ने अपने एक दोहे में कहा है, ‘सकल पदारथ हैं जग माहीं। करमहीन नर पावत नाहीं।‘ इसका मतलब है कि इस दुनिया में सारी चीजें हासिल की जा सकती हैं लेकिन वे कर्महीन व्यक्ति को कभी नहीं मिलती हैं।

किसी भी काम को टालने या काम से जी चुराने का एक बड़ा Reason यही है कि हम स्वभाव से ही बड़े आलसी होते हैं और हमारा मन हमें Entertainment या Easy To Enjoy वाले रास्ते की तरफ ही खींचता है। हम हमेशा यह भूल जाते हैं कि सफ़लता की राह मुश्किलों से भरी हुई होती है जिसे पार करने के लिए हमें अपने मन पर Control करना होता है, अपनी Willpower को दृढ़ करना होता है और अपने Goals की तरफ लगातार बढ़ना होता है… हमें हमेशा इन बातों को याद करना होगा.. ‘मूड नहीं है’ यह बहाना सीधे हमें Fail होता हुआ देखेगा. कभी भी कोई काम Start करते समय अपने मूड से सलाह मत लीजिये.. अपने मूड के हिसाब से नहीं बल्कि अपने Target और Plans के हिसाब से काम कीजिये..

World Famous Dramatist जॉर्ज बर्नार्ड शॉ का कई बार लिखने का मूड नहीं होता था लेकिन मूड हो या नहीं, वे लिखते थे… क्योंकि वे अपने महान साहित्यकार बनने के अपने लक्ष्य को कभी भी अपने नजरों से ओझल नहीं होने दिया. अपने इस Goal को Achieve करने के लिए उन्होंने संकल्प किया कि वे हर दिन पाँच पेज लिखेंगे.. चाहे उनका मूड कैसा भी हो!

अगर आप Future में सफलता की फसल काटना चाहते हैं, तो आपको उसके लिए बीज आज ही बोने होंगे.. आज बीज नहीं बोयेंगे, तो भविष्य में फ़सल काटने की उम्मीद कैसे कर सकते हैं? पूरा संसार कर्म और फल के Theory पर चलता है इसलिए आपको कर्म की तरफ आगे बढना होगा…

यदि आप सही मायनों में सफल होना चाहते हैं तो कर्म में जुट जाएँ और तब तक जुटे रहें जब तक कि सफल न हो जाएँ… अपना एक-एक मिनट अपने लक्ष्य को Dedicate कर दें… और काम में जुटने से आपको हर वो चीज मिलेगी जो आप पाना चाहते हैं- सफलता, सम्मान, धन, सुख या जो भी आप चाहते हों…।

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