anuched lekan on "abaashi shiksha: ek sukad parivartan"
plssss answer fast plsssss
Answers
Answer:
लॉकडाउन के कारण सारे शैक्षणिक संस्थानों को बंद करना पड़ा, जिससे शिक्षण-प्रक्रिया बाधित हुई है। ज्ञान के निर्बाध प्रसार को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विद्यालय से लेकर विवि तक समस्त शैक्षणिक संस्थानों को वैकल्पिक शैक्षणिक ऑनलाइन अधिगम अपनाना पड़ा है, जिसे डिजिटल लर्निंग, ई-लर्निंग, वेबवेस्ड लर्निंग, वर्चुअल स्पेस लर्निंग, रिमोट लर्निंग, दूरस्थ शिक्षा या गृह शिक्षा इत्यादि नामों से भी जाना जाता है। अकादमिक विमर्श भी ऑनलाइन हो रहे हैं और प्रशासनिक व अकादमिक निर्णय लेने हेतु बैठकें भी ऑनलाइन हो रही हैं।
इस तरह ‘कोरोना’ ने हमें परम्परागत रियल-वल्र्ड प्लेटफॉर्म (जिसमें हम अधिक सहज हैं) के स्थान पर वर्चुअल प्लेटफॉर्म (जो अधिकांश के लिए नया है) से कार्य करने को विवश कर दिया है। बड़ी संख्या में शिक्षकों और विद्यार्थियों ने कई सीमाओं के बावजूद ऑनलाइन शिक्षा के नये तरीके को अपनाने में उत्साह दिखाया है।
परिचर्चा, गृहकार्य, डिजिटल अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराने और कुछ सीमा तक मूल्यांकन आदि प्रकारों से वे ऑनलाइन शिक्षण से जुड़ रहे हैं, इसलिए कुछ स्तर तक ही सही परन्तु ऑनलाइन शिक्षा को स्वीकारने के लिए वे अभिनन्दन के पात्र हैं।