Hindi, asked by abhaygupta20130003, 10 months ago

anuched on mera priya tyohar (350 words)​

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Answered by SomyaTiwary
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Answer:

होली मेरा सबसे प्रिय त्योहार है----

Explanation:

होली मेरा सबसे प्रिय त्योहार है । इस दिन घर-घर में उमंग एवं प्रसन्नता छायी रहती है । बाजारों में कई दिनों पूर्व से ही चहल-पहल देखी जा सकती है । मैं होली के अवसर पर माता-पिता के साथ खरीदारी करने जाता हूँ । नये वस्त्र, रंग, अबीर, पिचकारी आदि की खरीदारी करता हूँ । इनके अलावा पकवानों की सामग्री भी खरीदी जाती है । होली के दिन बहुत धूम- धाम रहती है । मैं अपने मित्रों तथा हमउम्र लोगों पर रंग डालता हूँ । मित्र भी मेरे साथ होली खेलते हैं । पिताजी तथा बुजुर्ग माथे पर गुलाल लगाकर मुझे आशीर्वाद देते हैं । फिर पुए-पकवानों को खाने तथा खिलाने का सिलसिला आरंभ होता है । गिन तथा गलियों में लोग खुश होकर नाचते हैं तथा एक-दूसरे पर रंग डालते हैं । इस दिन लोग आपसी वैर और द्वेष भुलाकर एक-दूसरे से गले मिलते हैं । शाम को ढ़ोल-नगाड़े बजाए जाते हैं । लोग गीत गाकर नाचते हैं । मैं इन कार्यक्रमों में उत्साह से भाग लेता हूँ । रंगों का त्योहार होली मुझे बहुत ही आकर्षक लगता है । यह हमें बुराई से दूर रहने तथा अच्छाई के मार्ग पर चलने की शिक्षा देता है ।

Answered by Anonymous
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Answer:

होली भारत में हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इसे रंगों के त्योहार के रूप में भी जाना जाता है। यह एक वसंत त्योहार है। यह "फाल्गुन" के महीने में मनाया जाता है। यह वसंत के मौसम की शुरुआत की घोषणा करता है।

होली की धार्मिक उत्पत्ति है। किंवदंतियों के अनुसार, "हिरण्यकश्यप" राक्षसों का एक शक्तिशाली राजा था। उनका एक बेटा था जिसका नाम "प्रह्लाद" था, जो "भगवान विष्णु" का सबसे बड़ा भक्त था। अपने बेटे की भक्ति से तंग आकर हिरण्यकश्यप ने अपनी बहन "होलिका" की मदद से अपने बेटे को मारने की योजना बनाई। पहनने वाले को आग में जलने से बचाने के लिए उसके पास एक जादुई शक्ति थी। हिरण्यकश्यप ने अपनी बहन को अपने पुत्र प्रह्लाद के साथ जलती हुई आग पर बैठने का आदेश दिया। उसने सोचा कि होलिका बच जाएगी और प्रह्लाद को जला दिया जाएगा। लेकिन प्रह्लाद सुरक्षित रूप से जलती हुई आग से बाहर आ गया और होलिका जलकर भस्म हो गई।

इसलिए, यह माना जाता है कि कोई भी व्यक्ति उस व्यक्ति को नुकसान नहीं पहुंचा सकता है जिसने भगवान को अपना उद्धारकर्ता माना है। अगले दिन को बुरी आत्माओं पर पुण्य और अच्छाई की जीत के लिए रंगों के साथ मनाया जाता है।

होली सभी के बीच प्यार और भाईचारे की भावना लाती है।

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