anuched on rastriya Tyoharon ka mahatva
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भारत के राष्ट्रीय त्योहार
स्वतन्त्रता दिवस , गणतन्त्र दिवस और महात्मा गांधी जयंती , भारत के राष्ट्रीय त्योहार है। राष्ट्रीय त्योहार का तात्पर्य उन त्योहार से है जिनका संबंध किसी विशेष धर्म , समाज, संस्कृति ,क्षेत्र से नहीं है। इन सभी त्योहारों को देश के सभी नागरिक एवं सभी शासकीय कार्यालयों , विद्यालयों द्वारा मनाया जाता है ।
स्वतन्त्रता दिवस : ब्रिटिश शासन द्वारा 200 साल तक राज करने के बाद ,15 अगस्त 1947 ,को भारत देश स्वतंत्र हुआ। इसी कारण से 15 अगस्त को भारत का स्वतन्त्रता दिवस घोषित किया गया। इस दिन पूरे देश मे राष्ट्रीय अवकाश होता है। भारत के प्रधान मंत्री , स्वतन्त्रता दिवस के अवसर पर , दिल्ली के लाल किला मे राष्ट्रीय ध्वज़ तिरंगा फहराते है। इसके साथ ही सभी राष्ट्रगान गाते है । इस दिन प्रधान मंत्री देश की जनता को अपने भाषण से संबोधित करते है।
गणतन्त्र दिवस: स्वतन्त्रता के बाद , भारत के सविधान की रचना हुई । 26 जनवरी 1950 को , भारत के सविधान को लागू किया गया । इस उपलक्ष्य मे , प्रति वर्ष 26 जनवरी को गणतन्त्र दिवस के रूप मे मनाया जाता है। इस दिन पूरे देश मे राष्ट्रीय अवकाश होता है। राजधानी दिल्ली के इंडिया गेट पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, जिसमे देश के राष्ट्रपति सभी को संबोधित करते है। सेना के विभिन्न अंगो द्वारा एक विशेष परेड की जाती है। अलग अलग राज्यो से भिन्न भिन्न विषयो पर झाकियाँ प्रस्तुत की जाती हैं।
महात्मा गांधी जयंती : ब्रिटिश शासन से भारत को आजाद कराने मे मोहनदास करमचंद गांधी जिन्हे सम्मान से महात्मा गांधी भी कहा जाता है , का बहुत बड़ा योगदान रहा है। महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर गुजरात मे हुआ था। इसलिए प्रति वर्ष 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी जयंती के रूप मे मनाया जाता है। इस दिन पूरे देश मे राष्ट्रीय अवकाश होता है। महात्मा गांधी अहिन्सा को परम धर्म मानते थे, इसीलिए 2 अक्टूबर को विश्व अहिन्सा दिवस घोषित किया गया है।
स्वतन्त्रता दिवस , गणतन्त्र दिवस और महात्मा गांधी जयंती , भारत के राष्ट्रीय त्योहार है। राष्ट्रीय त्योहार का तात्पर्य उन त्योहार से है जिनका संबंध किसी विशेष धर्म , समाज, संस्कृति ,क्षेत्र से नहीं है। इन सभी त्योहारों को देश के सभी नागरिक एवं सभी शासकीय कार्यालयों , विद्यालयों द्वारा मनाया जाता है ।
स्वतन्त्रता दिवस : ब्रिटिश शासन द्वारा 200 साल तक राज करने के बाद ,15 अगस्त 1947 ,को भारत देश स्वतंत्र हुआ। इसी कारण से 15 अगस्त को भारत का स्वतन्त्रता दिवस घोषित किया गया। इस दिन पूरे देश मे राष्ट्रीय अवकाश होता है। भारत के प्रधान मंत्री , स्वतन्त्रता दिवस के अवसर पर , दिल्ली के लाल किला मे राष्ट्रीय ध्वज़ तिरंगा फहराते है। इसके साथ ही सभी राष्ट्रगान गाते है । इस दिन प्रधान मंत्री देश की जनता को अपने भाषण से संबोधित करते है।
गणतन्त्र दिवस: स्वतन्त्रता के बाद , भारत के सविधान की रचना हुई । 26 जनवरी 1950 को , भारत के सविधान को लागू किया गया । इस उपलक्ष्य मे , प्रति वर्ष 26 जनवरी को गणतन्त्र दिवस के रूप मे मनाया जाता है। इस दिन पूरे देश मे राष्ट्रीय अवकाश होता है। राजधानी दिल्ली के इंडिया गेट पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, जिसमे देश के राष्ट्रपति सभी को संबोधित करते है। सेना के विभिन्न अंगो द्वारा एक विशेष परेड की जाती है। अलग अलग राज्यो से भिन्न भिन्न विषयो पर झाकियाँ प्रस्तुत की जाती हैं।
महात्मा गांधी जयंती : ब्रिटिश शासन से भारत को आजाद कराने मे मोहनदास करमचंद गांधी जिन्हे सम्मान से महात्मा गांधी भी कहा जाता है , का बहुत बड़ा योगदान रहा है। महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर गुजरात मे हुआ था। इसलिए प्रति वर्ष 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी जयंती के रूप मे मनाया जाता है। इस दिन पूरे देश मे राष्ट्रीय अवकाश होता है। महात्मा गांधी अहिन्सा को परम धर्म मानते थे, इसीलिए 2 अक्टूबर को विश्व अहिन्सा दिवस घोषित किया गया है।
Anonymous:
pls mark it brainliest answer
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