anushed (अनुच्छेद )दूरदर्शन
Answers
Answered by
9
शिक्षा का प्रचार ,अपने अधिकारों के प्रति जागृति, नारी जगत में नई चेतना, अंधविश्वासो व रूढ़ियों से मुक्त कुछ ऐसे सकारात्मक परिवर्तन हैं जिन्हें दूरदर्शन की सहायता के बिना हासिल करने में युग लग जाते।
डिस्कवरी और स्पोर्ट्स आदि चैनल नई से नई ,उपयोगी और अनूठी जानकारी प्रस्तुत कर रहे है। छात्र वर्ग इनसे विशेष लाभ उठा रहा है।बदले पाठ्यक्रम के अनुरूप बहुत सी जानकारी उन्हें पुस्तकों में नहीं मिलती, दूर दर्शन के माध्यम से मिलती हैं।शिक्षण संबंधित अनेक पाठ ,अनेक ज्ञानवर्धक ,कार्यक्रम उनके ज्ञान में वृद्धि कर रहे हैं।
जहाँ फूल हैं वहाँ कांटा न हो ऐसा नहीं होता। यही स्थिति दूरदर्शन की भी हैं।जहां दूरदर्शन से इतने लाभ दिखाई देते हैं, वही अनेक ऐसे दुष्परिणाम भी हैं जिनकी छाप बहुत गहरी हैं।
दूरदर्शन पर दिखाए जाने वाले कार्यक्रमों का प्रधान उद्देश्य मनोरंजन हैं। लोकप्रियता हासिल करने के लिए नग्नता और मारधाड़ का सहारा लिया जा रहा है।
इन सबके बीच यह कैसे हो सकता है कि बच्चे केवल ज्ञानवर्धक कार्यक्रम ही देखेंगे, बल्कि कड़वी सच्चाई तो यह है कि वे अन्य कार्यक्रम ही अधिक दिलचस्पी से देखते हैं।इन सब कार्यक्रमो के पीछे उनका खान पान सब चोपट होता जा रहा है। माता पिता के लाख रोकने के कारण भी बच्चें अपने आप को नहीं रोक पाते और अपना समय टीवी के सामने बिताना चाहते हैं।
I hope it will help you.
please mark as brainliest.
डिस्कवरी और स्पोर्ट्स आदि चैनल नई से नई ,उपयोगी और अनूठी जानकारी प्रस्तुत कर रहे है। छात्र वर्ग इनसे विशेष लाभ उठा रहा है।बदले पाठ्यक्रम के अनुरूप बहुत सी जानकारी उन्हें पुस्तकों में नहीं मिलती, दूर दर्शन के माध्यम से मिलती हैं।शिक्षण संबंधित अनेक पाठ ,अनेक ज्ञानवर्धक ,कार्यक्रम उनके ज्ञान में वृद्धि कर रहे हैं।
जहाँ फूल हैं वहाँ कांटा न हो ऐसा नहीं होता। यही स्थिति दूरदर्शन की भी हैं।जहां दूरदर्शन से इतने लाभ दिखाई देते हैं, वही अनेक ऐसे दुष्परिणाम भी हैं जिनकी छाप बहुत गहरी हैं।
दूरदर्शन पर दिखाए जाने वाले कार्यक्रमों का प्रधान उद्देश्य मनोरंजन हैं। लोकप्रियता हासिल करने के लिए नग्नता और मारधाड़ का सहारा लिया जा रहा है।
इन सबके बीच यह कैसे हो सकता है कि बच्चे केवल ज्ञानवर्धक कार्यक्रम ही देखेंगे, बल्कि कड़वी सच्चाई तो यह है कि वे अन्य कार्यक्रम ही अधिक दिलचस्पी से देखते हैं।इन सब कार्यक्रमो के पीछे उनका खान पान सब चोपट होता जा रहा है। माता पिता के लाख रोकने के कारण भी बच्चें अपने आप को नहीं रोक पाते और अपना समय टीवी के सामने बिताना चाहते हैं।
I hope it will help you.
please mark as brainliest.
Similar questions