Hindi, asked by Sachinkumar4578, 1 year ago

ANUSHED LEKHAN (150-200)PAKISTAN KO MUH TOD JABAB SURGICAL STRIKE

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Answered by Abhishek474241
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\huge\star\underline{\mathcal\color{brown}{HELLO\:MATE}}\star

\color{brown}{HERE\:IS\:YR\:ANS}

✶⊶⊷⊶⊷⊷⊶⊷ ❍⊷⊶⊷⊶⊷⊶⊷✶

\underline\color{Green}{SURGICAL\:STRIKE}

इस पूरे ऑपरेशन को दो तरीकों से रिकॉर्ड किया गया था, एक तो पैराट्रूपर कमांडोज के ऊपर उड़ता UAV यानी मानव रहित विमान में लगा कैमरा और दूसरा खुद कमांडोज के हेलमेट में लगा कैमरा.

इस पूरे ऑपरेशन को दो तरीकों से रिकॉर्ड किया गया था, एक तो पैराट्रूपर कमांडोज के ऊपर उड़ता UAV यानी मानव रहित विमान में लगा कैमरा और दूसरा खुद कमांडोज के हेलमेट में लगा कैमरा.आतंकियों के इस ठिकाने तक पहुंचते-पहुंचते भारतीय कमांडोज का काफी देर हो गई थी. कैमरे की घड़ी भी सुबह 6 बजे के बाद का वक्त दिखा रही है इसीलिए इस ऑपरेशन की तस्वीरें सबसे ज्यादा साफ हैं, पहाड़ की तलहटी में आतंकियों का कैंप, यहां पर घूमते आतंकी साथ ही वर्दी में पाकिस्तानी सेना के जवान भी साफ नजर आ रहे थे. जैसे ही जवान आतंकी ठिकाने के पास पहुंचे और रॉकेट लॉन्चर दागा गया तो एक दम से आतंकियों को ठिकाना हवा में उड़ गया.

दूसरा कैमरा UAV में लगा था, आसमान से ली गई तस्वीरों में जंगलों के बीच एक चौकीनुमा ढांचा दिख रहा है, यही आतंकियों का कैंप है. रॉकेट हमले से चौकी टुकड़ों में बिखरती नजर आ रही है.

दूसरा कैमरा UAV में लगा था, आसमान से ली गई तस्वीरों में जंगलों के बीच एक चौकीनुमा ढांचा दिख रहा है, यही आतंकियों का कैंप है. रॉकेट हमले से चौकी टुकड़ों में बिखरती नजर आ रही है.आतंकियों के दूसरे ठिकाने पर भी भारतीय पैराट्रूपर्स ने ऊंचाई से घात लगाकर हमला बोला. UAV कैमरा की तस्वीरों में आतंकी कैंप पर गिरता रॉकेट साफ नजर आ रहा है, रॉकेट हमले के बाद धुएं का गुबार उठता दिखाई देता है. पेड़ों की आड़ में खड़े कमांडोज ने नीचे आतंकी कैंप की ओर रॉकेट दागा और कैंप आग के गोले में तब्दील हो गया.

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\fbox\color{brown}{HOPE\:IT\:HELPS}

✶⊶⊷⊶⊷⊷⊶⊷ ❍⊷⊶⊷⊶⊷⊶⊷✶

\huge{\mathcal{THANKS}}

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 <marquee >☝️ABHI☝️

Answered by Anonymous
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Explanation:

इस पूरे ऑपरेशन को दो तरीकों से रिकॉर्ड किया गया था, एक तो पैराट्रूपर कमांडोज के ऊपर उड़ता UAV यानी मानव रहित विमान में लगा कैमरा और दूसरा खुद कमांडोज के हेलमेट में लगा कैमरा.आतंकियों के इस ठिकाने तक पहुंचते-पहुंचते भारतीय कमांडोज का काफी देर हो गई थी. कैमरे की घड़ी भी सुबह 6 बजे के बाद का वक्त दिखा रही है इसीलिए इस ऑपरेशन की तस्वीरें सबसे ज्यादा साफ हैं, पहाड़ की तलहटी में आतंकियों का कैंप, यहां पर घूमते आतंकी साथ ही वर्दी में पाकिस्तानी सेना के जवान भी साफ नजर आ रहे थे. जैसे ही जवान आतंकी ठिकाने के पास पहुंचे और रॉकेट लॉन्चर दागा गया तो एक दम से आतंकियों को ठिकाना हवा में उड़ गया.

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