any 2 informal letter in hindi and any question of your choice
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Answer:
परीक्षा भवन
गुवाहाटी
दिनांक: 15 मई, 20xx
आदरणीय चाचा जी,
सादर प्रणाम
कल आपका पत्र मिला। समाचार मिले। अब आपका स्वास्थ्य पहले से बेहतर है, यह जानकर प्रसन्नता हुई.
आदरणीया चाची जी को प्रणाम तथा संजू को स्नेह।
आपका प्यारा भतीजा
क० ख० ग०
Explanation:
topic one
बधाई पत्र – मित्र के बड़े भाई को नौकरी मिलने की खुशी में बधाई देने के लिए मित्र को पत्र
प्रिय मुकेश
सप्रेम नमस्ते!
कैसे हो मित्र? तुमने तो मुझे सूचित नहीं किया लेकिन तुम्हारे चाचा जी एक दिन मेरे घर आए थे। उन्हें दिल्ली में कल काम था। वे एक रात मेरे घर पर रुके भी थे। शायद वापस लौटकर जाने के बाद उन्होंने तुम्हें बताया भी होगा।उन्होंने ही सूचना दी कि मुंबई की एक बड़ी कंपनी में तुम्हारे बड़े भाई अमित भैया की नौकरी लग गई है। यह जानकर बहुत खुशी हुई। अमित भैया शुरू से ही परिश्रमी और होनहार थे। उनकी नौकरी लग जाने के बाद अब तुम्हारे परिवार की आर्थिक स्थिति बेहतर हो जाएगी और तुम्हें अपनी पढ़ाई जारी रखने में कठिनाई नहीं होगी। अमित भैया को मेरी ओर से तथा मेरे मम्मी-पापा की ओर से बधाइयाँ देना।
शेष सब सामान्य है। अपनी माता जी और दीदी को मेरा प्रणाम निवेदित करना। उत्तर की प्रतीक्षा में।
तुम्हारा अपना
क० ख० ग०
topic two
निमंत्रण पत्र – बड़े भाई के विवाह का निमंत्रण देते हुए अपने मित्र को पत्र
दिनांक: 18 अक्टूबर, 20xx
प्रिय सुमीत
सस्नेह नमस्ते!
तुम्हें यह जानकर प्रसन्नता होगी कि मेरे बड़े भाई का विवाह 16 नवंबर 20xX को होना निश्चित हुआ है। तुम्हें यह तो मैं अपने पिछले पत्र में बता ही चुका हूँ कि मेरे बड़े भैया ने पिछले साल ‘कंप्यूटर इंजीनियरिंग’ का कोर्स पूरा कर लिया था और तभी से वे बेंगलुरु की एक आई०टी० कंपनी में नौकरी कर रहे थे। मेरी होनेवाली भाभी बेंगलुरु के कॉलेज में लेक्चरर हैं।
इस विवाह में तुम्हें और तुम्हारे परिवार के सभी लोगों को अवश्य शामिल होना है। मेरे मम्मी-पापा भी निवेदन कर रहे हैं कि आप सब लोग विवाह में अवश्य उपस्थित हों। अपने मम्मी-पापा से मेरी ओर से कहना कि अभी से ही आरक्षण करा लें, जिससे उस समय कठिनाई न हो। तुम तो जानते ही हो कि हमारे घर की यह पहली शादी है। शादी के अवसर पर बहुत से काम होंगे। मुझे आशा है कि तुम एक-दो दिन पहले आ जाओगे और काम में मेरा हाथ बटाओगे। शेष सब आनंद है। पत्र के उत्तर की तीक्षा में।
तुम्हारा मित्र
क० ख० ग०