Hindi, asked by palbettujyothi, 1 year ago

Any one kavika of Mira bai in hindi

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Answered by badboy862
1
1. आतुर थई छुं सुख जोवांने घेर आवो नंद लालारे॥ध्रु०॥
गौतणां मीस करी गयाछो गोकुळ आवो मारा बालारे॥१॥
मासीरे मारीने गुणका तारी टेव तमारी ऐसी छोगळारे॥२॥
कंस मारी मातपिता उगार्या घणा कपटी नथी भोळारे॥३॥
मीरा कहे प्रभू गिरिधर नागर गुण घणाज लागे प्यारारे॥४॥

2.
राम मिलण के काज सखी, मेरे आरति उर में जागी री।
तड़पत-तड़पत कल न परत है, बिरहबाण उर लागी री।
निसदिन पंथ निहारूँ पिवको, पलक न पल भर लागी री।
पीव-पीव मैं रटूँ रात-दिन, दूजी सुध-बुध भागी री।
बिरह भुजंग मेरो डस्यो कलेजो, लहर हलाहल जागी री।
मेरी आरति मेटि गोसाईं, आय मिलौ मोहि सागी री।
मीरा ब्याकुल अति उकलाणी, पिया की उमंग अति लागी री।

3.
आयी देखत मनमोहनकू, मोरे मनमों छबी छाय रही॥ध्रु०॥
मुख परका आचला दूर कियो। तब ज्योतमों ज्योत समाय रही॥२॥
सोच करे अब होत कंहा है। प्रेमके फुंदमों आय रही॥३॥
मीरा के प्रभु गिरिधर नागर। बुंदमों बुंद समाय रही॥४॥

4.
आली रे मेरे नैणा बाण पड़ी।
चित्त चढ़ो मेरे माधुरी मूरत उर बिच आन अड़ी।
कब की ठाढ़ी पंथ निहारूँ अपने भवन खड़ी।।
कैसे प्राण पिया बिन राखूँ जीवन मूल जड़ी।
मीरा गिरधर हाथ बिकानी लोग कहै बिगड़ी।।

5.
आली, म्हांने लागे वृन्दावन नीको।
घर घर तुलसी ठाकुर पूजा दरसण गोविन्दजी को॥
निरमल नीर बहत जमुना में, भोजन दूध दही को।
रतन सिंघासन आप बिराजैं, मुगट धर्‌यो तुलसी को॥
कुंजन कुंजन फिरति राधिका, सबद सुनन मुरली को।
मीरा के प्रभु गिरधर नागर, बजन बिना नर फीको॥

6.
आली , सांवरे की दृष्टि मानो, प्रेम की कटारी है॥
लागत बेहाल भई, तनकी सुध बुध गई ,
तन मन सब व्यापो प्रेम, मानो मतवारी है॥
सखियां मिल दोय चारी, बावरी सी भई न्यारी,
हौं तो वाको नीके जानौं, कुंजको बिहारी॥
चंदको चकोर चाहे, दीपक पतंग दाहै,
जल बिना मीन जैसे, तैसे प्रीत प्यारी है॥
बिनती करूं हे स्याम, लागूं मैं तुम्हारे पांव,
मीरा प्रभु ऐसी जानो, दासी तुम्हारी है॥
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Answered by BrainIyMSDhoni
15
मेरे तो गिरधर गोपाल दूसरा न कोई
मेरे तो गिरधर गोपाल दूसरा न कोई
जाके सर मोर मुकुट मेरो पति सोई
जाके सर मोर मुकुट मेरो पति सोई
पर्भु कंठ माला सोही
मेरे तो गिरधर गोपाल दूसरा न कोई

तात मात बधु भ्राता अपना न कोई
पर्भु तात मात बधु
भ्राता अपना न कोई
ता गागन मुल्हि गयी क्या करेगा कोई

असुवन जल सींच सींच प्रेम बेल बोई
पर्भु असुवन जल सिच
पर्भु असुवन जल
सींच सींच प्रेम बेल बोई
दासी मीरा प्रभु लगन लगी
मीरा प्रभु लगन लगी
मेरे तो गिरधर गोपाल दूसरा न कोई.
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