अपादान कारक की परिभाषा उदाहरण सहित बताएं
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अपादान कारक की परिभाषा: ऐसे शब्द जिनके माध्यम से संज्ञा व सर्वनाम के किसी रूप से दो वस्तुओं का अलग-अलग बोध होता हो, उनको अपादान कारक कहा जाता है। अपादान कारक में से विभक्ति चिन्ह का प्रयोग होता है।
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Answer:
अपादान कारक (Apadan Karak): हिंदी व्याकरण में कारक को मुख्य रूप से पढ़ा जाता है और कारक का एक भाग अपादान कारक है।
Explanation:
अपादान कारक की परिभाषा: ऐसे शब्द जिनके माध्यम से संज्ञा व सर्वनाम के किसी रूप से दो वस्तुओं का अलग-अलग बोध होता हो, उनको अपादान कारक कहा जाता है।
अपादान कारक में से विभक्ति चिन्ह का प्रयोग होता है। उदाहरण ::: #पेड़ से सेव नीचे गिर गया।
ऊपर उदाहरण में ‘से’ विभक्ति चिन्ह का प्रयोग किया गया है। उदाहरण में सेव के पेड़ से अलग हो जाने की बात कही जा रही है। जब दो चीजें अलग होती है तो वह वाक्य अपादान कारक के अंतर्गत आता है। अतः यह उदाहरण अपादान कारक का एक भाग है।
#उसके हाथ से मोबाइल गिर गया।
प्रयुक्त उदाहरण में मोबाइल और हाथ दोनों वस्तुएं एक दूसरे से अलग हो रही है। मतलब हाथ से मोबाइल गिरने की बात कही जा रही है और इस उदाहरण में ‘से’ विभक्ति चिन्ह का उपयोग भी किया गया है। अतः इस उदाहरण को अपादान कारक के अंतर्गत रखा जाएगा।