अपना अपना भाग्य में गरीब लड़के का चरित्र चित्रण विस्तार में कीजिए।
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Answer:
कहानी का मुख्य पात्र 10 वर्षीय लड़का शहर निश्चल स्वभाव का है वह गरीब है पर अत्यंत स्वाभिमानी एवं मेहनती है थका और भूखा होने पर भी लेखक तथा उसके मित्रों के साथ नौकरी मिलने की आशा में जाता है लेखक के मित्र के अनुसार वह बेईमान नहीं हो सकता
Explanation:
वह तमाम गरीब भारतवासियों का प्रतिनिधित्व करता है जो अपने अपने भाग्य के सहारे जीवित है . मेहनती - गरीब लड़का मेहनती है. भूखा रहने पर भी वह किसी के आगे हाथ नहीं फैलता और नह ही कहीं चोरी -चकारी करने का पर्यंत करता है . उसे काम की तलाश है गरीब लड़का मेहनती है भूखा रहने पर भी वह किसी के आगे हाथ नहीं फैलाता वह अपने परिवार वालों की मदद करने के लिए घर छोड़ कर काम की तलाश में घर से निकलता है उसे स्पष्ट वादी भी कहा जा सकता है क्योंकि जब लेखक के मित्रों ने उससे सवाल किए तो वह बेधड़क और स्पष्ट उत्तर देता गया उसने अपनी गरीबी का बखान नहीं किया वह सरल शब्दों में अपनी बात कहता गया उसका अंत दर्दनाक होता है बर्फ की चादर उसकी लाश पर पड़ गई थी वह लावारिस की मौत मरता है उसके चरित्र को देखते हुए कहा जा सकता है कि वह गरीब बच्चा अपनी सरलता स्पष्ट वादी ता परिश्रमी व्यक्तित्व के कारण पाठकों के ह्रदय में गहरी छाप छोड़ता है