अपने बचपन की कोई मनमोहक घटना याद करके विस्तार से लिखो I
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बचपन से ही में हॉस्टल में पढ़ता था अक्सर बच्चे बोर्डिंग स्कूल में न जाने की जिद करते है पर मैंने अपने कुछ फैमिली मेंबर की बातें सुनकर बोर्डिंग स्कूल में पढ़ने की जिद की , उस छोटी सी जिद की वजह से आज भी में बोर्डिंग स्कूल में पढ़ता हूं मेरे तकरीबन 15 साल हो गए बोर्डिंग स्कूल में , लेकिन मेरी शुरुआत के 1 से 7 कक्षा की जो बोर्डिंग स्कूल में जिंदगी रही वह बहुत ही भयानक थी उसीमे से कुछ किस्से सुनाता हु ,
आप लोग मानोगे नही मेरी बात फिर भी शरुआत उसी बात से करता हु , दूसरी कक्षा के बच्चे ज्यादा से ज्यादा कितना सिख सकते है , 1) 1 से 100 तक के अंक , 2) ABCD , 3) कुछ नाम और कुछ स्पेलिंग्स , लेकिन जब में दूसरी कक्षा में था तब मुजे 1 से 30 तक के जो पहाड़े होते है उसमे से 23 तक पहाड़ा आ गया था जो बच्चे 4 या 6 कक्षा में जाकर शिखते है लेकिन इसके पीछे एक मजेदार कहानी है
जब में दूसरी कक्षा में था तब सातवी कक्षा की बहुत सारी लड़कियां मुझे बच्चा समझ कर मेरे साथ खेलने आया करती थी और मैं भी उसके साथ खेलता था उस वक्त दूसरी कक्षा में मेरे अलावा और कोई भी स्टूडेंट नहीं था ज्यादातर मां बाप अपने बेटे को पांचवी कक्षा के बाद ही बोर्डिंग स्कूल भेजते हैं इसलिए मेरे अलावा और कोई नहीं था इसलिए वह सारी लड़कियां मेरे साथ बातें करती और रोज मुझे कुछ नया सिखाती जैसे आज में आप सब को किछ नया सीखने की कोशिश करता हु ,
एक दिन उन्होंने मुझे कहा कि अगर तुम रोज एक पहाड़ा याद करके आवोगे तो में तुम्हे एक पप्पी दूँगी , उस वक्त भले ही प्यार व्यार के बारे में कुछ पता न चलता हो लेकिन अच्छा लगता था, उसी एक पप्पी की लालसा में मैं रोज एक पहाड़ा याद करके आता था कभी-कभी दो पहाड़े याद करके आता था एक दिन तो पूरी रात जगके मैंने 5 पहाड़े याद किए थे बस दोस्तों यही कारण था की दूसरी कक्षा में होते हुए भी मुझे इतने सारे पहाड़े याद हो गए , जब मेरी दूसरी कक्षा खत्म हो गई तब वह लड़कियां भी दूसरे स्कूल में चली गए क्योंकि वह बोडिंग स्कूल सिर्फ सातवी कक्षा तक ही था
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pl mark brainliest answer
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hey you have answer nice it is difficult to write an long answer
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please mark as brainlist answer.