अपने छोटे भाई को, जो छात्रावास में रहता है, पत्र लिखकर समझाइए कि वह किताबी कीड़ा न बनकर खेल या अन्य
सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी रुचि ले।
Plz answer it's urgent!!
Answers
घर का पता।
पिन कोड।
सिटी स्टेट सेक्टर।
दिनांक.................
प्रिया भाई अमन,
तुम वहां कैसे हो? आशा करती हूं कि तुम अपने छात्रवास में ठीक ही होंगे। मैं भी यहां ठीक हूं।मैं भी अपने छात्रावास में बहुत अच्छा कर रही हूं। मुझे कल पिताजी का पत्र प्राप्त हुआ था।और मुझे यह पता चला है कि तुम खेलकूद में बिल्कुल भी रुचि नहीं लेते हो और ना ही कोई कल्चर एक्टिविटीज में भाग लेते हो। तुम सिर्फ किताबी कीड़ा बन कर रह गए हो। यह बिल्कुल भी ठीक नहीं है। तुम्हें खेलकूद में तो ध्यान देना ही होगा ताकि तुम स्वस्थ रहो। और इससे तुम खुश भी रहोगे। सिर्फ किताब पढ़ने से कुछ नहीं होता। मैं यह नहीं कह रही हूं कि पढ़ाई मत करो , पढ़ाई में अच्छे से ध्यान दो परंतु खेलकूद में भी ध्यान दो।आज के समय में पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद भी बहुत जरूरी है। यह पढ़ाई का एक हिस्सा बन चुके हैं। और तुम्हें तो पता ही होगा हमारा सब्जेक्ट भी है फिजिकल एजुकेशन। तो फिर तुम क्यों नहीं उनमें रुचि ले रहे हो। प्रिय भाई अमन मैं बस इतना ही बोलना चाहूंगी कि तुम पढ़ाई तो करो परंतु साथ ही साथ में खेलकूद में भी अच्छे से रूचि लो।
आशा करती हूं तुम्हें मेरी बात समझ में आई होगी। मैं तुम्हारे पत्र का इंतजार करूंगी। और तुम स्वस्थ ही रहना। और अपना ध्यान रखना।
धन्यवाद।
तुम्हारी प्रिया बहन।
अपना नाम।
************************************
आशा करती हूं आपको इससे कुछ मदद मिलेगी। यह कही से कॉपी नहीं किया गया है यह मैंने खुद ही बना कर लिखा है। इसके लिए मुझे थैंक्स कर देना। और हो सके तो ब्रेनलिएस्ट भी मार्क कर देना। आपका बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत धन्यवाद।