अपने छोटे भाई को मन लगाकर अध्ययन करने की प्रेरणा देते हुए पत्र लिखिए।
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27, आवास विकास कालोनी,
काशीपुर, (उत्तरांचल)
दिनांक : 28.04.2019
प्रिय मनोज,
स्नेह ।
कल ही मुझे तुम्हारे प्रधानाचार्य महोदय का पत्र प्राप्त हुआ । पत्र के माध्यम से यह जानकर मुझे अत्यंत दुख हुआ कि तुम अपनी पढ़ाई पर विशेष ध्यान नहीं दे रहे हो । साथ ही छात्रावास के नियमों की अवहेलना, मदिरापान करना, चलचित्र देखना तथा दिन-दिन भर आवारागर्दी करना तुम्हारी दैनिक आदतों में शामिल हो गया है ।
प्रिय अनुज, विद्यार्थी जीवन मनुष्य जीवन का सर्वाधिक महत्वपूर्ण समय होता है । इस काल में वह जो कुछ भी ग्रहण करता है उन्हीं से उसके व्यक्तित्व का निर्माण होता है । कुसंगति में पड़कर तुम स्वयं अपना भविष्य नष्ट कर रहे हो । अभी समय है कुसंगति के मार्ग को छोड्कर तुम अपना पूरा ध्यान अपनी पढ़ाई पर केंद्रित करो ।
मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि तुम हमारी आशाओं पर खरे उतरोगे और आगामी परीक्षाओं में अच्छे अंक लाकर दिखाओगे । पूज्य माता-पिता की ओर से तुम्हें आशीर्वाद ।
तुम्हारा भाई
आरव
अपने छोटे भाई को पढ़ाई की ओर ध्यान देने के लिए पत्र लिखें।
21-ए, सिविल लाइंस,
सोनीपत।
सितंबर 10, 20....
मेरे प्यारे पुरुषोत्तम,
कल ही मुझे तुम्हारी पढ़ाई की रिपोर्ट मिली। इसने मुझे बहुत दुःखी किया। तुम आंतरिक परीक्षा में लगभग सभी विषयों में फेल हो गए हो। यह एक ध्यान देने वाला विषय है।
तुम्हारे परिणाम बता रहे हैं कि तुम पढ़ाई को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं हो। मुझे चिन्ता है कि कहीं तुम गलत संगत में न पढ़ गए हो। तुम्हारे एक अध्यापक ने मुझे बताया कि तुम अक्सर कक्षा में से अनुपस्थित रहते हो। तुम पढ़ाई के समय फिल्में देखने जाते हो। पिता जी भी तुम्हारे इस बुरे प्रदर्शन से नाराज हैं। वे एक दिन तुम्हें बड़ा अफसर बनते देखना चाहते हैं। किन्तु उनकी सभी उम्मीदें धुएं की भांति उड़ती नज़र आ रही हैं।
तुम अपने भविष्य के बारे में सोचो। कृपया अपना भविष्य व्यर्थ न करो। यदि एक बार समय बीत गया तो तुम अपनी गलती पर पछताओगे। यह समय कुछ करने का है। अपनी बुरी आदतें छोड़ दो। यही समय है कि तुम अपना जीवन संवारते हो या बर्बाद करते हो।
मुझे आशा है कि तुम चीज़ों को समझोगे तथा पढ़ाई की तरफ ध्यान देना आरम्भ करोगे। शुभकामनाओं सहित।
तुम्हारा प्यारा भाई,
सतिन्द्र।