अपने छोटे भाई को पत्र लिखते हुए बताइए कि पतंग उड़ाते समय कौन-कौन-सी सावधानियाँ
बरतनी चाहिए-
Answers
स्थान : पटना
दिनांक : 23 फरवरी 2020
प्रिय बिट्टू
मैं कुशलता से हूं और आशा करता हूं कि तुम भी ठीक-ठाक और स्वस्थ होगे । मैं तुम्हें इस पत्र के माध्यम से यह बताना चाहता हूं कि आने वाले मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाने का रिवाज है । बच्चे बूढ़े सभी उम्र के लोग पतंग उड़ाने का कार्यक्रम में शामिल होते हैं । पतंग उड़ाते समय बहुत सारी सावधानियां भी बरतनी चाहिए । छत पर बाउंड्री होनी चाहिए । नहीं तो पतंग उड़ाते उड़ाते हम भी बिना बाउंड्री के छत पर से गिर सकते हैं । इसलिए बाउंड्री वाले छत पर ही पतंग उड़ाना । और पतंग का मांझा को हाथ से मत छूना । क्योंकि तुम्हें नहीं पता मांझा किस तरह बनता है । पहले किसी भी बल्ब के कांच को पूरी बारीकी से पीसा जाता है । और उसके बाद उसे सुखा दिया जाता है । किसी चिपचिपी गोंद के माध्यम से पूरे धागे में लगा दिया जाता है । और उसके बाद धागे को धूप में सूखने के लिए छोड़ देते हैं । और फिर उसे सावधानीपूर्वक समेट लेते हैं । इसके बाद आप पतंग उड़ा सकते हैं । और दूसरे पार्टी के पतंग को काट सकते हैं इससे काटने में सुविधा होती है । लेकिन इसमें पूरी सावधानी बरतनी चाहिए । क्योंकि मांझा से हमारा हाथ पूरी तरह से कट सकता है । इसलिए कोई मजबूत गलअव्स पहनकर ही पतंग उड़ाना ।
तुम्हारा बड़ा भाई
मोहन
Answer:
मकान नंबर C613
गली नंबर 203
दिल्ली।
प्रिय शुभम
आशा करता हूँ कि तुम स्वस्थ होगे। यहां भी सब ठीक है। पिछले पत्र में माता जी ने लिखा था कि घर में मकरसंक्रांति की तैयारी कर रहे हैं। मैं इस पत्र के द्वारा तुम्हे मकर संक्रांति के दिन होने वाले मुकाबले में पतंग उड़ाते समय कुछ सावधानियां बरतने के बारे में बताना चाहता हूं। पिछले साल भी एक छोटी सी लापरवाही के कारण तुम एक हादसे से बाल बाल बचे थे। इसी कारण में तुम्हे पतंग उड़ाते समय कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दे रहा हूं। आशा करता हूँ कि तुम मेरी बतायी बातों पर अमल करोगे। माता और पिता जी को मेरा प्रणाम कहना।
तुम्हारा बड़ा भाई
साहिल