Hindi, asked by medapatikiranmayi, 5 months ago

अपने गाँव के बारे में लिखिए।

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Answered by likhithachagandla
28

ग्राम या गांव छोटी-छोटी मानव बस्तियों को कहते हैं जिनकी जनसंख्या कुछ सौ से लेकर कुछ हजार के बीच होती है। प्राय: गांवों के लोग कृषि या कोई अन्य परम्परागत काम करते हैं। ... परम्परागत रूप से गांवों में शहरों की अपेक्षा कम सुविधाएं (शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य आदि की) होती हैं।

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Answered by amitkumar9266
29

Answer:

मेरा गाँव एक बहुत ही छोटा सा गाँव है जो कि भारत के हरियाणा राज्य के करनाल जिसे में स्थित है। मेरे गाँव का नाम सालवन है जहाँ पर हिंदी और हरियाणवी भाषा मुख्य रूप से बोली जाती है। मेरा गाँव चारो तरफ से खेतों से घिरा हुआ है और यहाँ पर तरह तरग के फूल, पेड़, पौधे देखने को मिलते हैं। मेरे गाँव में सूबह के समय इतनी शांति होती है कि पक्षियों की चहचाहट बहुत ही मधुर लगती है। मेरे गाँव में सभी लोग मिल जुलकर रहते हैं और यहाँ आमतौर पर संयुक्त परिवार है। यहाँ कै लोगों का मुख्य पेशा खेती और पशुपालन है

मेरे गाँव में एक बहुत ही बड़ा तालाब है जिसमें हम सब कभी कभी नहाने जाते हैं। तालाब के नजदीक ही एक बहुत बड़ा वट वृक्ष है जहाँ पर हर रोज संध्यकाल के समय बुजुर्गों की बैठक लगती है और ताश खेला जाता है। गलियों में बच्चे खेलते हुए दिखाई देते हैं और आज भी काकी चाची दही से मक्खन निकालती हुई दिखाई देती है। मेरे गाँव में एक स्कूल भी है जहाँ हम सब बच्चे पढ़ने जाते हैं और यहाँ पर बिजली पानी की भी उच्च व्यवस्था है। गाँव में एक छोटा सा चिक्त्सालय भी है।

मेरे गाँव में एक प्रसिद्ध मन्सा देवी का मंदिर है जहाँ पर नवरात्रों में बहुत बड़ा मेला लगता है। माता रानी के दर्शन करने के लिए बहुत दूर दूर से लोग आते हैं और रोनक लगी रहती है। मेरे गाँव में कपड़े, गहने आदि का बाजार नहीं है और यह सब सामान खरीदने के लिए हमें शहर जाना पड़ता है। मेरे गाँव में सभी त्योहार बड़ी खुशी के साथ एकसाथ मनाए जाते हैं। मेरे गाँव में बहुत सारे खुले मैदान भी है जहाँ हम क्रिकेट खेलते हैं और दौड़ लगाते हैं। मेरे गाँव में वाहन कम चलते हैं और हरियाली होने की वजह से प्रदुषण बिल्कुल भी नहीं है। सुबह सुबह ताजगी और शुद्ध हवा में साँस लेने का मजा ही कुछ और हैं। सांयकाल में जब गायों को बाँधा जाता है तो उनके पैरों से धूल उड़ती है और सूर्योदय धुँधला सा लगता है क्योंकि यहाँ की सड़के पक्की नहीं हैं।

मैं चाहता हूँ कि मैं बड़ा होकर एक अच्छा इंजीनियर बनूँ और अपने गाँव की सड़को को पक्का करवा सकुँ। मेरे दिल में मेरे गाँव की मिट्टी की खुशबू हमेशा रहेगी। मैं अपने गाँव से बेहद प्यार करता हूँ और मेरा गाँव सबसे प्यारा है

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