अपने घर के आसपास की झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित करने योजना
समझाते हुए अपने मित्र को पत्र लिखिए।
Answers
( मित्र को पत्र )
विषय — झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले बच्चों को स्कूल जाने के प्रेरित करने की योजना
22 मई 2019
प्रिय संजीव,
तुम तो जानते ही हो कि मेरे घर के पास एक बहुत बड़ी झुग्गी झोपड़ी वाली बस्ती है। उस बस्ती में निन्म वर्ग के निर्धन लोग रहते हैं। इनके बच्चे अक्सर इधर-उधर खेलते मिलते रहते हैं। मैंने देखा है कि उन बच्चों में से कोई भी स्कूल नहीं जाता है, क्योंकि उनके मां बाप निर्धन हैं इस कारण वह बच्चे लोग स्कूल नहीं जाते। तो क्या निर्धनता के कारण उन्हें स्कूल जाने का हक नहीं। आज के इस आधुनिक युग में जब पढ़ाई सबके लिये महत्वपूर्ण हो गयी है तो इन बच्चों के क्यों नही पढ़ना चाहिये।
इस विषय मैंने कुछ अपनी तरफ से योगदान देने का कोशिश की है। मुझे इस विषय में आप सब लोगों का भी सहयोग चाहिए। मैं तुम्हें यह पत्र इसीलिये लिख रहा हूं। मैंने एक योजना बनाई है कि हर रविवार को और छुट्टी के दिन हम सब लोग मिलकर उन छोटे बच्चों को पढ़ाया करेंगे। मैंने एक कमरे की व्यवस्था भी कर ली है उस कमरे में एक छोटी सी कक्षा लगाया करेंगे। धीरे-धीरे बच्चों में पढ़ने की रुचि जागृत होगी और हम प्रयास भी करेंगे कि आसपास के स्कूलों में उन्हें दाखिला मिल जाए।
इसके अतिरिक्त हम उनके मां बाप को समझाने का प्रयत्न करेंगे कि वह किसी तरह अपने बच्चों को स्कूल भेजने की कोशिश करें। कुछ तो उनमें जागरुकता की कमी है और कुछ पैसे की समस्या है इस कारण वो अपने बच्चों के स्कून नही भेजते। पर आजकल तो सरकार द्वारा सभी को शिक्षा प्रदान करने की अनेक योजनायें चलायी जा रही हैं। हम उनके माँ-बाप को उन योजनाओं की जानकारी देंगे। हम किसी स्वयंसेवी संस्था से संपर्क करके उन बच्चों के लिये कुछ करने के लिये कहेंगे। उन बच्चों को स्कूल में प्रवेश मिल जाने पर भी हम उन्हें पढ़ाते रहेंगे क्योंकि वो लोग निर्धन होने के कारण ट्यूशन की सुविधा तो ले नही सकते तो हम लोग हमेशा उन लोगों को पढ़ाते रहेंगे।
मैने अन्य दोस्तों भावना, सौम्या, दीक्षा, अनमोल और गुरुप्रीत से बात कर ली है वह लोग भी राजी हो गए हैं। हम बारी बारी से बच्चों को पढ़ाया करेंगे। तुम्हारा साथ और चाहिये।
हम लोगों को भगवान ने सम्पन्न घरों में जन्म दिया। हमें सारी सुख-सुविधायें मिलीं। कम से कम हम उन निर्धन बच्चों के भले के लिये कुछ करके भगवान का शुक्रिया तो अदा कर ही सकते हैं।
तुम्हारा दोस्त
पंकज
जयपुर
hi friend it is your answer
I HOPE IT WILL HELP YOU
PLEASE MARK IT AS THE BRAINLEIST ANSWER