अपना हाल बताते हुए अपने पिता जी को पत्र लिखिए २०० शब॒द
Answers
राजपूत छात्रावास
राजकीयइंटरकॉलेज , दिल्ली
दिनांक 18 जुलाई 2017
प्रिय पिताजी ,
सादर चरण स्पर्श।
आपकी कृपा से में यहां आनंद से हूँ। यहां के सभी नवीन साथी बड़े ही मिलनसार हैं। छात्रावास के अध्यक्ष भी बड़े ही अच्छे स्वभाव के हैं। यह हम लोगों का सौभाग्य है की हमें उनका सानिध्य प्राप्त हुआ। यहां पर भी मुझे घर के सामान सभी साधन उपलब्ध हैं। किन्तु छोटे भाई अनंत की याद मुझे हमेशा सताती रहती है।
माताजी को एवं प्रिय दादी को मेरा चरण स्पर्श व अनंत को मेरा प्यार। कृपया इसी प्रकार पत्र प्रेषित रहिये। आपका आज्ञाकारी पुत्र
नवीन शुक्ला
कक्षा 8
I hope it help you....
Please mark me brainlist...
Answer:
पत्र :-
तिथि :X-X-X
श्रद्धेय पिताजी,
सादर प्रणाम!
आपका स्नेह भरा पत्र मिला। माँ और परिवार के अन्य सदस्यों की कुशलता जानकर प्रसन्नता हुई। काफी दिनों से आप लोगों का कोई समाचार प्राप्त न होने के कारण मैं कुछ चिंतित था। पत्र पाकर सारी चिंताएँ दूर हो गई। इसी बीच मैंने कुशलता जानने के लिए आपको 2-3 पत्र लिखे थे, शायद आपको मिल गए होंगे। यहाँ सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा है।
वार्षिक परीक्षा की तैयारी में लगा हूँ। गणित, हिन्दी और अंग्रेजी में तैयारी विशेष रूप से कर रहा हूँ। विश्वास है, अगामी परीक्षा में काफी अच्छे अंक मिलेंगे। जिससे आगे के वर्ग में नामांकन आसानी से हो जाए।
वैसे यहाँ बुआ के बच्चों से दोस्ती हो गई है। वे एक अच्छे विद्यार्थी हैं। हम सभी खेलने-पढ़ने के समय साथ रहते हैं। एक ही कक्षा में होने के कारण विषय मिल कर पढ़ते हैं। बुआ हमारा बढ़िया ख्याल रखती हैं। यहाँ का वातावरण भी काफी सुंदर है।
अगले माह स्कूल में 10 दिनों की छुट्टी मिल रही है। उसमें घर आने की इच्छा है। माँ और आप को बहुत याद करता हूँ। आपके चरणस्पर्श की बड़ी लालसा है। छोटी और मुन्नी को मेरा प्यार।
आपका स्नेहाकांक्षी पुत्र,
XYZ