अपने किसी प्रिय खिलाड़ी के साथ हुए
(काल्पनिक) साक्षात्कार को 60 से 70
शब्दों में संवाद के रूप में लिखें।
(4-5 exchanges)
Answers
Answer:
सचिन का पहला इंटरव्यू जो एक मशहूर एक्टर ने लिया था
Explanation:
एक होता है आदमी और एक होता है इंस्टीट्यूशन. इलाहाबाद में कहते हैं ‘इनवरसिटी.’ तो गुरु सचिन तेंदुलकर जो हैं, हिंदुस्तान में क्रिकेट की ‘इनवरसिटी’ हैं. ये विराट सिराट उन्हीं को देखकर बल्ले की ग्रिप चढ़ाते थे. दीवाने इतने हैं कि ब्रिटिश एयरवेज की दैया मैया कर दी. मुहावरे में कहें तो ये वो मुल्क है मियां, जहां सचिन की पेशाब के चिराग रौशन होते हैं.
आपने गौर किया? कि सचिन से मुलाकात के सपने के साथ आप उम्र का एक हिस्सा खर्च कर चुके हैं. बड़े बड़े लाहकट्ट पत्रकारों को सालों की मेहनत के बाद भी ‘क्रिकेट के भगवान’ का इंटरव्यू नहीं मिलता. लेकिन वो कहते हैं ना कि सब दिन होत न एक समाना. सालों पहले इसी तेंदुलकर का पहला वीडियो इंटरव्यू किया गया था और किसी ने उस पर तवज्जो नहीं दी थी.
दुनिया भर के खेल पत्रकार जितनी बार इसे देखते हैं, इसमें सचिन की शख्सियत के नए पहलू खोज लेते हैं. यह वो तेंदुलकर था, जो बोलने में दक्ष नहीं था. उसके पास आत्मविश्वास नहीं था, लेकिन आवाज की पाकीज़ा खराश अपने कच्चे रूप में मौजूद थी. वह मेहनत, तैयारी और इंतजार कर रहा था, क्रिकेटरों की ‘बिग लीग’ में सबसे ऊपर जाने का.