Hindi, asked by Rehan1111111111, 1 year ago

अपनी किसी रोमाँचक यात्रा पर कविता लिखे

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Answered by kairakhan
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सिख लाएगा वह , एक ही अनिल है

जिंदगी नहीं वह जहां नहीं Hulchul
जिनमें दहकता नहीं ना तो गर्जन है

सुख की तरंग का जहां अंध वर्जन है

जो सत्य आंख में सने रूठे रूठे हैं

छोड़ उनको , वे सही नहीं, झूठे हैं

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थोड़ा थक गई हूं थोड़ा दूर निकल गई हूं अपने जीवन की राहों में आनंद लेते हुए रसपान कर रही हूं
जीवन का आनंद लेना है तो राहों में अकेले चलना सीखो आनंद ही आनंद है पूरे जीवन में तुम अकेले हो तो पूरा जीवन खुशनुमा है
जी तो कोई भी लेता है पर जीना उसे नहीं कहते हैं जिस जीवन में खुशियां ना हो

रास्ते में चल रही थी न जाने कहां से वह फुहारा आप बड़ी तन को भी हो गई हूं मन में लहर सी उठ आ गई________

हां जरा अकेला हूं दुनिया की भीड़ में पर ऐसा नहीं कि मैंने जीवन की मौजों में कुछ ना किया हो सारी खुशियां वह पाई है जो मुझे मिलनी थी
थोड़ा थक गई हूं थोड़ा दूर निकल गई हूं अपने जीवन से पर ऐसा नहीं की मैंने चलना छोड़ दिया हूं

kairakhan: plzzz
Rehan1111111111: jaha se next line hogi waha pe dots laga dena
kairakhan: kya
kairakhan: question karo na jaldi se
Rehan1111111111: konsa que???
Rehan1111111111: apne jo poem likhi h wo yhi pe snd krdo
Rehan1111111111: is chat mein
kairakhan: question me likho Jo question Tumne Yatra ki kavita ke baare mein kya hai wahi question karo
Rehan1111111111: ohkk
kairakhan: hm
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