Hindi, asked by Anonymous, 8 months ago

अपने क्षेत्र के बिजली संकट से उत्पन्न कठिनाइयों का वर्णन करते हुए अमर उजाला के संपादक को पत्र लिखिए ७ कक्षा के अनुसार.

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Answered by Anonymous
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से रविवार रात नौ बजे नौ मिनट के लिए अपने घरों की लाइट बंद करने की अपील की। पीएम मोदी ने कहा कि पांच अप्रैल को रात नौ बजे घर की लाइट बंद करके, घर के दरवाजे पर मोमबत्ती, दिया या फ्लैश लाइट जलाएं। उन्होंने कहा कि इस रविवार को हमें संदेश देना है कि हम सभी एक हैं। पीएम मोदी की इस अपील ने बिजली कंपनियों के सामने संकट खड़ा कर दिया है।

अगर 130 करोड़ देशवासी एक साथ बिजली बंद कर देते हैं और नौ मिनट बाद एक साथ चालू करते हैं तो देश में ब्लैकआउट होने का खतरा पैदा हो सकता है। हालांकि, बिजली कंपनियों ने पीएम मोदी के नौ मिनट के चैलेंज के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं।

Answered by pammiashmita13
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मोरी गेट,

दिल्ली।

सेवा में,

श्रीमान सम्पादक महोदय,

नवभारत टाइम्स,

बहादुरशाह जफर मार्ग, नई दिल्ली।

विषय : बिजली संकट से उत्पन्न विकट स्थिति। मान्यवर,

आपका लोकप्रिय समाचार-पत्र न केवल जनता की आवाज है अपित वह जनता का वकील बनकर उसकी कठिनाइयों की वकालत भी करता है। मैं आपके पाठकों का एवं सम्बन्धित अधिकारियों का ध्यान बिजली संकट से उत्पन्न विकट स्थिति की ओर दिलाना। चाहता हूँ।

विजली आज के युग में मनुष्य के जीवन का आवश्यक अंग सिद्ध हो रही है। आए दिन बिजली का समय-असमय गुल हो जाना अथवा बिजली की आँख-मिचौली लोगों के लिए भारी परेशानी का कारण बना एक दुखद समस्या है। गर्मियों के दिनों में बिजली के चले जाने से लोगों का हाल-बेहाल हो जाना स्वाभाविक है। परीक्षा के दिनों बिजली का गल हो जाना परीक्षार्थियों के लिए अभिशाप बन जाता है। बिजली बन्द तो कारखाने बन्द कारखाने बन्द तो उत्पादन बन्द । बिजली नहीं तो ट्यूबवैल नहीं चला सकते। इस तरह न तो समय पर खेतों की सिंचाई हो पाती है और न ही भरपुर उपज ही हो पानी १ विजली की उपयोगिता जीवन के हर क्षेत्र में अपना विशिष्ट स्थान रखती है।

बिजली-संकट से उबरने के लिए अधिकारी कभी तो लोगों को गर्मियों में वातानतिर। न चलाने की अपील करते हैं, तो कभी अलग-अलग क्षेत्रों में समयावधि के लिए बिजली । वितरण न करने की घोषणा करते हैं। मैं समझता हूँ कि यदि अधिकारीगण उन कारखानों पर बिजली वितरण का कड़ा नियन्त्रण करें, जो बिजली स्वीकृत वितरण से अधिक उपयोग करते हैं, तो निश्चय ही बिजली के समान वितरण से बिजली का विकट संकट दूर हो सकता है।

धन्यवाद सहित।

भवदीय,

दिनांक : 14 जुलाई 2020

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