||अपने क्षेत्र के विधायक की क्षत्र के एकमात्र
|| सरकारी अस्पताल की अव्यवस्था को सुधारने के
लिए पत्र लिख
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||अपने क्षेत्र के विधायक की क्षत्र के एकमात्र || सरकारी अस्पताल की अव्यवस्था को सुधारने के लिए पत्र लिख ?
Answer:
सेवा में,
विधायक महोदय,
विकास नगर शिमला ,
विषय: क्षेत्र में सरकारी अस्पताल की अव्यवस्था को सुधारने के लिए पत्र |
मान्यवर,
मैं अपने पूरे क्षेत्र के तरफ से प्रतिनिधित्व करते हुए , इस पत्र के माध्यम से मैं आपको क्षेत्र में सरकारी अस्पताल की अव्यवस्था के बारे बताना चाहता हूँ | मैं बहुत आशा के साथ लिख रहा हूँ , पत्र का विषय मेरे क्षेत्र के लिए हितकारी है । आपको जानकर दुःख होगा , क्षेत्र में सरकारी अस्पताल की अव्यवस्था बहुत खराब हो चुकी है , एक दिन डॉक्टर ने एक बूढ़ी महिला का बी. पि चेक करने से मना कर दिया की कल आना अभी बहुत भीड़ है | इस तरह डॉक्टर लापरवाही करते है | यहाँ और डॉक्टर ज्यादा दिन छुट्टी पर रहते है | जिसके कारण क्षेत्र के सभी लोगों को मुसीबत का सामना करना पढ़ रहा है | हम सब के लिए नजदीकी अस्पताल यही है | आपसे निवेदन आप इस समस्या का समाधान करें | आपकी महान कृपा होगी |
धन्यवाद |
भवदीय,
अजय कुमार |
दिनांक — 1/6/2019
सेवा में,
श्री अनिल कुमार सिंह
विधायक - मोहन नगर विधानसभा
मध्यप्रदेश
विषय — सरकारी अस्पताल की अव्यवस्था
विधायक महोदय,
मैं शैलेश दीक्षित आपके विधानसभा क्षेत्र का निवासी हूँ। गत रात मेरी माताजी की तबियत अचानक खराब हो गयी। मैं तुरंत अपनी माताजी को नगर के एकमात्र सरकारी अस्पताल मे लेकर गया। वहाँ अस्पताल में व्याप्त अव्यस्था से मुझे बड़ी परेशानी हुई। जब मैं अपनी माताजी को लेकर अस्पताल पहुंचा तो इमरजेंसी ड्यूटी पर उपस्थित डॉक्टर अनुपस्थित था। नर्सों का व्यवहार भी रूखा था। काफी देर इंतजार के पश्चात डॉक्टर साहब आये। तब तक मेरी माँ की हालत काफी बिगड़ चुकी थी। जैसे तैसे इजेंक्शन और दवा आदि से थोड़ा सुधार हुआ। डॉक्टर साहब मेरी माँ को भर्ती करने को कहकर फिर चले गये। रात भर मेरी माँ दर्द से कराहती रही और नर्सों ने कुछ विशेष ध्यान नही दिया। डॉक्टर साहब भी सुबह आये और कुछ हिदायत देकर फिर चले गये। अपनी माँ की हालत में कोई सुधार न देखकर मैं अपनी माँ को अस्पताल से ले आया और एक निजी क्लीनिक में ले गया। वहाँ डॉक्टर ने दवाईयाँ दी तो शाम तक मेरी माँ की हालत में काफी सुधार हुआ।
विधायक महोदय मैं आपका ध्यान अस्पताल की अव्यवस्था की ओर कराना चाहता हूं अगर मेरी मां को रात में ही उचित इलाज मिल गया होता तो मुझे निजी क्लीनिक में नहीं जाना पड़ता। मैं इससे पूर्व भी कई बार इस सरकारी अस्पताल में उपचार हेतु आ चुका हूं पर हमेशा देखा है कि अस्पताल में अव्यवस्था ही व्याप्त रहती है। डॉक्टर और नर्स अपनी मर्जी चलाते हैं अक्सर ड्यूटी पर अनुपस्थित रहते हैं। ड्यूटी पर उपस्थित डॉक्टर अपना प्राइवेट क्लीनिक भी चलाते हैं और ड्यूटी के समय में अपने प्राइवेट क्लीनिक में होते हैं। बस केवल हाजिरी लगा कर चले जाते हैं जब कोई इमरजेंसी केस आता है तो नर्सों के द्वारा सूचित करने पर आते हैं। सरकार द्वारा निःशुल्क मिलने वाली दवाईयों को भी बाजार में बेच देते है और जनता को बोल देते हैं कि दवाईयां आयी नही हैं। हम गरीब लोग हैं रोज-रोज निजी क्लीनिक में महंगा उपचार नहीं करा सकते अतः आपसे अनुरोध है कि अस्पताल की व्यवस्था को दुरुस्त करने हेतु उचित कार्यवाही करने की कृपा करें।
आपकी अति कृपा होगी।
धन्यवाद,
भवदीय
शैलेश दीक्षित
निवासी - मोहन नगर