अपने क्षेत्र में कानून और व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर किसी दैनिक समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखए
Answers
क्षेत्र में कानून और व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर संपादक को पत्र।
Explanation:
सेवा में,
संपादक महोदय जी,
दैनिक जागरण,
नई दिल्ली - 110065,
विषय: क्षेत्र में कानून और व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर संपादक को पत्र।
महोदय,
बड़े खेद के साथ में यह शिकायती पत्र आपको लिख रहा हूँ और आशा करता हूँ कि इसकी उपयोगिता को समझते हुए आप ही से अपने पत्र में स्थान देंगे।
आजकल हमारा जनकपुरी क्षेत्र चोरी, बलात्कार, अपराध, उठाई गिरी, आदि का केंद्र बनता जा रहा है। जैसे-जैसे क्षेत्र में विकास और प्रगति हो रही है वैसे वैसे ही क्षेत्र में लूटपाट चोरी डकैती आज ही जैसे अपराधों में भी वृद्धि हो रही है। पिछले ही हफ्ते क्षेत्र में दिनदहाड़े 2 कारे चोरी हुई और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बावजूद भी अभी तक कारों का कुछ पता नहीं है। और बीते 2 दिन पहले ही एक महिला के गले से सोने की चेन पर दो बाइक सवारों झपट्टा मार लिया। इसके भी अपराधी अभी तक पकड़ में नहीं आ पाएं है।
हम क्षेत्रवासी भी पुलिस में कई बार शिकायत दर्ज करवा चुके हैं लेकिन सरकारी अफसरों केसर पर जूं तक ना रेंगी।
अतः मैं आपसे निवेदन करता हूँ कि कृपया कर आप हमारे क्षेत्र मैं बिगड़ती कानून और व्यवस्था की स्थिति को अपने अखबार के एक पृष्ठ पर छापे। आपकी अति कृपा होगी।
धन्यवाद
भवदीय
राजेश कुमार
और अधिक जानें:
Apne Chetra Mein Kanoon vyavastha ki Bigdi Hui stithi Kisi Dainik Samachar ke sampadak ko Patra likhe in hindi
brainly.in/question/3727825
Answer:
अपने क्षेत्र में कानून और व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति
Explanation:
सेवा में,
मुख्य संपादक,
दैनिक भास्कर,
भोपाल,
महोदय,
बड़े खेद के साथ मुझे यह शिकायती पत्र लिखना पड़ रहा है। आशा है, इसकी उपयोगिता को समझते हुए आप इसे अपने पत्र में स्थान देंगे।
आजकल गुड़गाँव अपराध, चोरी, बलात्कार, उठाई-गिरी जैसी समस्याओं का केंद्र बनता जा रहा है। जैसे-जैसे नगर की प्रगति हो रही है, लूटपाट, डकैती, चोरी और अपराधों में भी वृद्धि हो रही है। किसी भी मुहल्ले में कार खड़ी करना सुरक्षित नहीं है। गत मास न्यू कॉलोनी से तीन कारें दिन-दहाड़े चोरी हुईं जिनका अब तक पता नहीं चल सका है। पिछले हफ्ते चार महिलाओं की सोने की चेनें और बालियाँ भरे बाजारों से उड़ा ली गई। अभी तक अपराधी पकड़े नहीं जा सके। कल रात को एक बरात में रिवाल्वर की नोक पर महिलाओं के आभूषण उतार लिए गए। लगता है, यहाँ पुलिस का नहीं, किसी तीसरे संसार का साम्राज्य है। यह स्थिति देखकर फिल्मी खलनायकों के आतंक याद आने लगते हैं। नगर-प्रशासन से निवेदन है कि 'कुछ करें ताकि हम नगरवासी चैन से घर के बाहर निकल सकें।
भवदीय
अ.ब.स.
दिनांक : 25 मार्च, 2014
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