. अपने क्षेत्र /राज्य की प्रमुख फसलों, कृषि के प्रकारों का वर्णन करें?
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Explanation:
हमारे देश में लगभग हर प्रकार की फसलें पाई जाती है। दिलचस्प है कि भारत में कश्मीर से कन्याकुमारी और गुजरात के पश्चिमी तट से अरूणाचल प्रदेश की पूर्वी तक सैकड़ों प्रकार की फसलें उगाई जाती है।
आईए, इस ब्लॉग में जानें कि भारत में कितने प्रकार की फसलें पाई जाती हैं।
सबसे पहले शुरूआत करते हैं, फसल क्या है?
फसल
मनुष्य जो अपने लाभ के लिए जिन पौधों को किसी क्षेत्र में एक निश्चित कार्यक्रम और योजना के अनुसार उगाता है, उसे फसल कहते हैं।
दूसरे शब्दों में कहें तो फसल एक पौधा है जिसे लाभ के लिए बड़े पैमाने पर उगाया जाता है।
भारत में फसलों के प्रमुख प्रकार
भारत में फसल क्षेत्र, मौसम, आर्थिक मूल्यों आदि के आधार पर विभाजित करने के कई प्रकार हो सकते हैं, जो निम्नलिखित है।
ऋतु आधारित फसलें
फसलों की खेती मुख्य रूप से मौसम पर निर्भर करती है। भारत में तीनों मौसम (खरीफ रबी और जायद) में फसलें उगाई जाती हैं।
खरीफ की फसलें
भारत में खरीफ की फसलें बारिश के मौसम के दौरान जून-जुलाई के महीने में उगाई जाती है। इनको “वर्षा ऋतु की फसलें” भी कहते हैं। जिन्हें सर्दी के मौसम के शुरू होने से पहले काट लिया जाता है।
खरीफ के मौसम में उगाई जाने वाली फसलों के लिए अंकुरण के वक्त सामान्य तापमान और हवा में नमी की जरूरत होती है, जबकि फसल को पकने के लिए तेज धूप और अधिक तापमान की जरूरत होती है।
इस ऋतु में बोई जाने वाली प्रमुख फसलों में चावल, मक्का, ज्वार, बाजरा, अरहर, मूंग, उड़द, कपास, जूट, मूँगफली और सोयाबीन इत्यादि शामिल हैं।
रबी की फसलें
रबी की फसलें सर्दी के मौसम में उगाई जाती है। इनको “शरद ऋतु की फसलें” भी कहते हैं। रबी की फसलों को बुवाई के समय ठंडे मौसम की जरूरत होती है, जबकि पकने के दौरान इन्हें भी अधिक तापमान और सूर्य के प्रकाश की ज्यादा जरूरत होती है।
इन फसलों को जाड़े के प्रारंभ होते ही बोई जाती हैं और गर्मी के प्रारंभ में अर्थात मार्च-अप्रैल में काट ली जाती है।
इस ऋतु में बोई जाने वाली मुख्य फसलों में गेहूँ, जौ, चना, आलू, तम्बाकू, मसूर, सरसों और मटर जैसी फसलें शामिल हैं।
जायद
इन फसलों को रबी की फसल कटने के तुरंत बाद मार्च के महीने में उगाया जाता है और खरीफ की फसलों के उगाने से पहले काट लिया जाता है। इनको “ग्रीष्म ऋतु की फसलें” भी कहते हैं।
जायद के मौसम में उगाई जाने वाली फसलें काफी कम समय में पककर तैयार हो जाती हैं। परन्तु इन फसलों को ज्यादा मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है।
इस ऋतु में बोई जाने वाली मुख्य फसलों में खरबूज, खीरा, तरबूज, लौकी, तोरई, मिर्च और टमाटर जैसी फसलें शामिल हैं।